Report:-Durga Prasad Sultanpur

- मनुष्य के जीवन का मार्ग प्रशस्त करती है शिक्षा: अजय सिंह
- बेटा एक कुल का दीपक है तो बेटियाँ दो-दो कुलों की दीपक
जयसिंहपुर,सुलतानपुर। महाशिवरात्रि के पर्व पर कस्बे में स्थित शान्ती परागदीन जूनियर हाईस्कूल बाहरपुर में बड़ी धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ विद्यालय का नौवां वार्षिकोत्सव मनाया। जिसमें बच्चो ने विविध कार्यक्रम प्रस्तुत कर क्षेत्र से आये लोंगो का मन मोह लिया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एमएलसी शैलेन्द्र सिंह व विशिष्ट अतिथि अजय सिंह ने दीप प्रज्वलित कर शिक्षा की देवी मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। बच्चों ने माँ सरस्वती की वन्दना “वीणा के बजइया सातों सुर के रचैया” से की गई। इसके बाद विद्यालय में आये हुए अतिथियों के स्वागत में स्वागत गीत “स्वागत करते आज तुम्हारा,आओ आओ मेहमान मंगल स्वागत है” की प्रस्तुति विद्यालय के बच्चों द्वारा दी गई, जिसको लोंगों ने खूब सराहा।विद्यालय के प्रबंध अरुण कुमार प्रजापति ने आये हुए सभी अतिथियों का माला पहनाकर स्वागत किया। विद्यालय के बच्चों ने एकांकी, नाटक, देवी गीत,ब्रज गीत, एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमो की मनमोहक प्रस्तुति देकर सभी का दिल जीत लिया।
- शिक्षा के विकास के लिए हमेशा जोर दिया एमएलसी-शैलेंद्र सिंह बोले
विद्यालय के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में आए एमएलसी शैलेंद्र सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमने शिक्षा के विकास के लिए हमेशा जोर दिया है। शिक्षा ही सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है। शिक्षा से ही व्यक्ति का बौद्धिक विकास होता है और शिक्षा से ही एक अच्छे राष्ट्र और देश का निर्माण होता है।
- बेटा एक कुल का दीपक है तो बेटियाँ दो-दो कुलों की दीपक
विशिष्ट अतिथि के रूप में आए अजय कुमार सिंह ने बेटियों की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा की सभी लोंग बेटियों को शिक्षित बनाएं। बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे जा रही है। बेटा एक कुल का दीपक है तो बेटियाँ दो-दो कुलों की दीपक हैं। बेटा अगर दीपक है तो बेटियां हैं बाती। विशिष्ट अतिथि ने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक उपकरण है। हम जीवन में शिक्षा के इस उपकरण का प्रयोग करके कुछ भी अच्छा प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा का उच्च स्तर लोगों को सामाजिक और पारिवारिक आदर और एक अलग पहचान बनाने में मदद करता है। शिक्षा का समय सभी के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत रुप से बहुत महत्वपूर्ण समय होता है। शिक्षा मनुष्य के अंदर अच्छे विचारों को भरती है और अंदर में प्रविष्ठ बुरे विचारों को निकाल बाहर करती है। शिक्षा मनुष्य के जीवन का मार्ग प्रशस्त करती है। यह मनुष्य को समाज में प्रतिष्ठित करने का कार्य करती है। इससे मनुष्य के अंदर मनुष्यता आती है। विद्यालय के वार्षिकोत्सव को सफल बनाने के लिये शिक्षिका प्रज्ञा सिंह, नीतू पाल व शारदा मौर्या करीब महीने भर से लगी रहीं। बच्चों की मनमोहक प्रस्तुति देखकर कर लोंगों ने खूब सराहना की।
विद्यालय के वार्षिकोत्सव व महाशिवरात्रि के महापर्व पर विद्यालय परिवार द्वारा मेले और विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्र के हजारों लोग शामिल हुए। विद्यालय के प्रबंधक ने आये हुए सभी लोंगों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के छात्र सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपू श्रीवास्तव, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि डॉ सूरज कुमार, प्रबंधक गया प्रसाद, विनोद कुमार सिंह, अजय यादव, परमजीत गुप्ता, समाजसेवी राघव सिंह, पूर्व प्रधान वीरेंद्र वर्मा, प्रधानाचार्य रंजीत कुमार, शिक्षक सुभाषचंद्र, रामयज्ञ, नीतू पाल, प्रज्ञा सिंह समेत क्षेत्र के तमाम गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।