
राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संघ ने 400 भूखों को मुफ़्त खाना बांटा
भूखें जरूरतमन्दों की आवाज सुन कर सामाजिक कार्यकर्ता दंग रहे आंखे नम हो गयी निज़ाम खान
सुल्तानपुर ।निःस्वार्थ सेवा-भाव को मूर्ति रूप देने और सामाजिक सरोकारों को बखूबी से अंजाम देने के लिए तत्पर है। जिले की अग्रणी सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने इंसानियत की मिसाल पेश कर रहे है। मानवता को जीवंत करने का प्रयास निश्चित रूप से अनुकरणीय है।
राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संघ के वैनर तले स्वाशाषी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय एव जिला चिकित्सालय और जिला महिला अस्पताल में उपचार करा रहे मरीजो और उनके तीमारदारों के लिए सप्ताह के प्रत्येक बृहस्पतिवार को निःशुल्क भोजन वितरण का कार्य अनवरत सन्चालित किया जा रहा है।राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संघ के अध्यक्ष मेराज अहमद खान के संयोजन में देर शाम 400 जरूरतमन्दों को मुफ़्त खाना बांटा गया।जिसमें मेडिकल कालेज में 350 और रेलवे स्टेशन परिसर में लगभग 50 यात्रियों और घुमन्तु जरुतमन्दों बेसहारा भूखे लोगो को भोजन कराया गया।मुफ्त भोजन पा कर लोगो के चेहरे खिल उठे।

राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संघ के मार्गदर्शक निज़ाम खान ने बताते है कि अक्सर आप लोग देखते होंगे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म वेटिंग रूम में इधर उधर कोने में बहुत से घुमंतू शरण लेने आते है कारण आर्थिक तंगी होती है असहाय बेसहारा लाचार ऐसे लोग भूखें पेट एक चिथड़ा ओढ़ कर पड़े रहते है।
राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संघ के सामाजिक कार्यकर्ता जब भोजन खिलाने पहुँचे तो कईयों ने रूहांसी आंखों से अपने बच्चों के सिर हाथ सहलाते हुए कहते मिले की देखा बेटा ऊपर वाले के घर देर भले है अंधेर नही है यह देखो ऊपर वाले ने तुम्हारे लिए फरिश्तों के हाथ खाना भेज दिया है। इस आवाज को सुनने के बाद एक बार तो ठिठुर कर खड़ा हो गया आंखे नम हो गयी कि ऐसे न जाने कितने लोग बेसहारा भूखे प्यासे होंगे जिनको एक वक्त की रोटी मिलना मुश्किल है।जब उनको मुफ़्त खाना की थाली दी गयी तो उस चेहरे की चमक देखने लायक थी खाना वितरण करने वाले के मुंह से एक सुर में एक ही आवाज निकली हे ईश्वर तूने हम सबकों ऐसे जरुतमन्दों के पास न भेजा होता तो आज ये भूखे सोते लेकिन ऊपर वाला जिसको पैदा किया उसके खाने का इन्तिजाम भी किया है किसी न किसी रूप में उस तक मदद पहुचा ही देता है हर जरूरत की वस्तु हो या भोजन जरुतमन्दों तक पहुचाने का काम किसी न किसी को सौप ही देता है
इस मौके पर फ़ैज़ उल्लाह अंसारी,प्रदीप श्रीवास्तव,सरदार गुरप्रीत सिंह सुहेल सिद्दीकी,मुहम्मद मुज्तबा अंसारी,राज कुमार यादव ,सिकन्दर वर्मा,जितेंद् मौर्य ,रमन तिवारी,राशिद खान,राशिद वर्दी टेलर्स,इस्लाम पप्पू,चुन्ने,भोलू, माता प्रसाद जायसवाल,बैजनाथ प्रजापति,जय प्रकाश जायसवाल,अमानत खान,शराफत खान,इरशाद खान,संतोष चौरसिया ,पंकज चौरसिया आतिफ खान ,अरशद खान इत्यादि ने सहयोग किया।