Saturday, June 14, 2025
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वीर बंदा बैरागी के बलिदान दिवस पर सुल्तानपुर की संस्था ने दी श्रद्धांजलि,किया याद..

  • सुल्तानपुर में वीर बंदा बैरागी के बलिदान दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया याद

सुल्तानपुर मातृभूमि सेवा संस्था के बैनर तले प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक वीर बंदा बैरागी के बलिदान दिवस पर अमर सेनानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनसे प्रेरणा लेने की बात कही गई।

वीर बंदा बैरागी का जन्म 27 अक्टूबर 1670 को कश्मीर में पुंछ जिले के तच्छण किला ग्राम में रामदेव जी के यहां हुआ था, जिनके बचपन का नाम लक्ष्मण दास था। युवावस्था में इनको शिकार करने का बहुत शौक था किन्तु दुर्भाग्यवश इनके तीर से जब एक हिरण का शिकार हुआ और उसके पेट में पल रहा शिशु तड़प कर मर गया तो इनका मन बहुत खिन्न हुआ और इन्होंने अपने घर परिवार का त्याग कर तीर्थयात्रा पर चले गए और अपना नाम बदलकर माधवदास रख लिया।

गांव से सुदूर महाराष्ट्र के नांदेड़ में साधुओं के साथ रहकर योग साधना सीखना आरंभ कर दिया और उन्हीं के साथ कुटिया में रहने लगे।संयोगवश एक दिन आपकी कुटिया में गुरु गोविंद सिंह जी का आगमन हुआ। गुरु गोविंद सिंह को लगा कि यह बालक विलक्षण प्रतिभा का धनी है और इसके अंदर देशभक्ति की भावना भी कूट-कूट कर भरी है जिसके लिए गुरु जी प्रभावित होकर नाम बंदा बहादुर रखा और आपको पांच तीर, एक निशान साहिब, एक नगाड़ा और एक हुक्मनामा देकर सरहिंद के नवाब जिसमें गुरु जी के दोनों बेटों को दीवार में चुनवा दिया था का वध करने को कहा ।

वीर बंदा बैरागी जो कि अब बंदा बहादुर के नाम से जाने जाते थे , हजारों सिख सैनिकों सेनानियों की सेना लेकर निकल पड़े और सबसे पहले गुरु तेग बहादुर का सिर काटने वाले जल्लाद जलालुद्दीन का सिर काटा इसके बाद सरहिंद के नवाब वजीर खान का वध किया।मुगलों ने 17 दिसंबर 1715 को धोखे से इनको गिरफ्तार कर लिया और इनको घोर यातनाएं दी गई ,जिसमें चिमटे से इनके शरीर के मांस को निकाला जाता और वही इनको खाने के लिए मजबूर किया जाता और अंततः 9 जून 1716 को हाथी से कुचलवाकर इनकी मृत्यु करा दी।

भारत देश हमारे ऐसे अमर शहीद बलिदानी की याद में उनके लिए श्रद्धा सुमन अर्पित करता है और उनकी मातृभूमि के प्रति अपने लगाओ को प्रणाम करता है। संस्था के विभिन्न पदाधिकारी जिले की सांसद मेनका गांधी तथा जनपद के तेजतर्रार तेजस्वी मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक को अपना वार्षिक कैलेंडर भेंट किया।इस अवसर पर जिलाध्यक्ष डॉ अजय कुमार तिवारी ,प्रांतीय अध्यक्ष अशोक कुमार श्रीवास्तव ,प्रांतीय महामंत्री शिव मूर्ति पांडे, इंद्र देव मिश्रा, धर्मेंद्र द्विवेदी आदि पदाधिकारी गण उपस्थित रहे और अमर शहीदों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।