Wednesday, June 18, 2025
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सुल्तानपुर में आचार संहिता उल्लंघन के दायरे मे सपा प्रत्याशी भीम निषाद, नोटो की गड्डी देते वीडियो वायरल

सुल्तानपुर।जिले में इंडिया गठबंधन प्रत्याशी (सपा नेता) भीम निषाद वोटरों को लुभाने के लिए कभी बिगड़े बोल तो कभी अन्य हथकंडे अपना रहे है।दो दिन पहले भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ अपमान जनक टिप्पणी कर सबको चौका दिए थे।वही गुरुवार को भीम निषाद खुलेआम 500 के नोटों की गड्डियां सपा विधायक को देते हुए वीडियो सामने आने से हड़कंप मच गया है। हालांकि इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. आरए वर्मा की शिकायत को डीएम कृतिका ज्योत्सना ने संज्ञान में लेते हुए एडीएम को जांच के निर्देश दिए है।जिस पर बल्दीराय एसडीएम विदुषी सिंह ने लोकसभा प्रत्याशी भीम निषाद और विधायक ताहिर खान को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है।
फिलहाल वीडियो करीब दस दिन पहले का बताया जा रहा है। वीडियो गठबंधन प्रत्याशी भीम निषाद के चुनाव के केंद्रीय कार्यालय का बताया जा रहा है। जिसमें वो 500 की गड्डी निकाल कर सपा विधायक ताहिर खान को पकड़ाने की कोशिश कर रहे है। जिसे विधायक ने पकड़ा नहीं। अब वीडियो वायरल हुआ तो प्रशासन आंख बंद किए पड़ा रहा।एसडीएम बल्दीराय को सौंपी गई जांच भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. आरए वर्मा ने वायरल वीडियो को जिला निर्वाचन अधिकारी कृतिका ज्योत्सना को पत्र कार्रवाई के लिए लिखा तब प्रशासन की नींद टूटी। आनन-फानन में अपर जिलाधिकारी प्रशासन गौरव शुक्ला को मामले में कार्रवाई के लिए आदेश किया गया। उच्च अधिकारी के निर्देश पर एडीएम प्रशासन ने एसडीएम बल्दीराय को जांच सौंपते हुए रिपोर्ट मांगी है।


एसडीएम विदुषी सिंह ने फोन पर बताया कि प्रत्याशी व विधायक को नोटिस जारी करते हुए दोनों ने जवाब तलब किया गया है। इसके बाद आगे विधिक कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ आरए वर्मा ने बताया कि हमारी जितनी भी विरोधी पार्टियां हैं हमेशा ऐसे ही गलत तरीकों का इस्तेमाल करके वह लोग चुनाव जीतना चाहती हैं। पहले भी वो लोग ऐसे कृत्य करते रहे हैं। मैं प्रशासन से व्यक्तिगत तौर पर आग्रह करूंगा कि वे ऐसे विषय को संज्ञान लें और कार्रवाई करें।वही सपा विधायक ताहिर खान ने बताया कि कार्यालय का पेमेंट वगैरह के लिए भीम निषाद ने कुछ रुपए मंगाया था। उन्होंने सोचा ताहिर का यहां घर है इसलिए वो हमें दे रहे थे, लेकिन हम जानते हैं कि आचार संहिता का उल्लंघन बहुत सीरियस मामला है। इसीलिए हमने नही लिया।

बड़बोला पन है भीम निषाद की पहचान,चर्चित चेहरा होता तो भाजपा प्रत्याशी बढ़ती मुश्किलें

समूचे जिले में अच्छा खासा वोट गठबंधन के है।जिसमेमुस्लिम,यादव,निषाद वोट प्रमुख है।ऐसे में भले ही जातिगत वोट(निषाद) जिले भर में है।इसके बावजूद जनता के मन मुताबिक प्रत्याशी न होने से जनाधार खिसकना तय माना जा रहा हैं।प्रत्याशी की घोषणा के बाद ही भीम निषाद की पहचान जनता में हुई।अपमान जनक बोल से किरकिरी खूब हो रही है। खैर सपा प्रत्याशी अब विकास कार्य व जिले में हो रहे ताबड़तोड़ अपराध व उत्पीड़न को भी आड़े हाथों लिया है।इसके इतर किसी जाने माने चेहरे को पार्टी ने उतारा होता तो भाजपा प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ सकती थी।