
- बुराई से पहले कुसंग छोड़ना जरूरी-रविशंकर
- –पांचवां दिन श्रीमद्भागवत कथा।
- हिंदू पंचांग कलेंडर का हुआ विमोचन
अयोध्या। राम जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में अयोध्या धाम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में लगातार कथा श्रोताओं की भीड़ बढ़ती जा रही है
आचार्य श्री रवि शंकर जी महाराज ने कृष्ण जन्म की कथा और नन्द यशोदा के घर उत्सव के प्रसंग का अद्भुत वर्णन किया। पूतना प्रसंग में महराज जी ने बताया कि भगवान कृष्ण को मक्खन प्रिय था परंतु उन्हें भी माखन से पहले विष पीना पड़ा। इसलिए कभी जीवन मे विष से पीना पड़े तो घबराये नही इस विष के बाद माखन ही मिलेगा अर्थात दुःख के बाद अपार सुख श्रृष्टि का शाश्वत नियम है ।

श्री पंचवटी आश्रम ने अयोध्या धाम मे हिन्दू कलेंडर पंचांग का विमोचन भी किया। कहा जाता है आज के आधुनिक युग में भागवत कथा समाज मे फैली कुरीति, बुराई और विसंगति को बहुत ही सुंदर तरीके से दूर करने की ब्यवस्था है।