
- एक माह बाद दर्ज हुआ हरिजन उत्पीड़न व बलबा का मुकदमा
- जांच टीम के अफसरों के सामने हुई थी मारपीट, मनबढ़ मोतिगरपुर पुलिस नही लिख रही थी मुकदमा।
- एसपी सोमेन बर्मा ने लिया एक्शन थाने में जाकर लिखवाया मुकदमा
- सीओ प्रशांत सिंह के दबाव में नही दर्ज हुआ था मुकदमा, अब एसओ व सीओ की भी होंगी जाँच
मोतिगरपुर,सुल्तानपुर।माह भर पहले कोटे की अनियमितता की जांच करने कई अफसर पहुंचे थे।जांच के दौरान कोटेदार व कई ग्रामीणों को दबंगो ने पीट दिया था।तहरीर देने के बाद भी पुलिस मुकदमा नही लिख रही थी।फिलहाल आईजी अयोध्या के आदेश पर लोकल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।
मामला थाने के विभारपुर गांव से जुड़ा हैं।26अप्रैल को डीएम के आदेश पर कोटे की जांच करने तहसीलदार सदर अरविंद तिवारी,नायब दीपांकर,आपूर्ति निरीक्षक व हल्के के दरोगा की मौजूदगी में पंचायत भवन पर जांच चल रही थी।इसी बीच कोटेदार पूजा यादव,सत्येंद्र, पिटई, राम फल को गांव के दबंगो राम प्रताप दुबे,जीत बहादुर,प्रेम शंकर,अशोक व अमर जीत ने गाली गलौज करते हुए मारा पीटा था।
- गांव के दबंगो के खिलाफ जब प्रधान ने की थी शिकायत तो मारपीट की घटना को दिया था अंजाम
गांव के अजय सिंह,संजय सिंह सार्वजनिक जमीन पर जबरन कब्जा किए है।जिसकी शिकायत प्रधान समेत इन्ही पीड़ितों ने किया है।इन्ही के इशारे पर जांच के समय विवाद किया गया।थाने में तहरीर देने के बाद भी सीओ के दबाव में कोतवाल ने मुकदमा नही लिखा।हद तो तब हो जाती है दो दो बार एसपी एएसपी से मिलने के बाद भी मनबढ़ मोतीगरपुर पुलिस ने एसपी के आदेश को ठंडे बस्ते में डाल दिया।पूरे प्रकरण की शिकायत आईजी अयोध्या से की गई तो एसपी सोमेन बर्मा अचानक थाने जा पहुंचे।उन्होंने ने तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने को कहा।जिस पर लोकल पुलिस ने कोटेदार पूजा यादव की तहरीर पर बलवा,मारपीट,गाली गलौज व हरिजन उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया गया है।पीड़ित ग्रामीणों ने इसकी जांच व विवेचना दूसरे सीओ से कराने की मांग किया है।पता यह भी चला है कि सीओ प्रशांत सिंह व एसओ राज कुमार की जांच के भी आदेश दिए हैं।