
- आज कथा का अंतिम दिन,कल हवन व पूर्णाहुति फिर भंडारा।
सुल्तानपुर।माता पिता की सेवा के बिना जीवन मे सफलता प्राप्त नही की जा सकती है।भगवान की कथा का श्रवण करने से मुक्ति मिल जाती है।ये उदगार जिले के तिवारीपुर गाँव मे सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा में काशी से पधारे कथा व्यास डॉ प्रभाकर जी महाराज (Dr Prabhakar Pandey Ji Maharaj Kashi) ने कही।
कथा व्यास ने कहा कि मनुष्य जीवन में जीवन जो बीत गया उसे सोचना छोड़ देना चाहिए।बचे जीवन में परीक्षा की कसौटी पर भागवत कथा का श्रवण जरूर करें।इससे सारे पाप कट जायेंगे और मोक्ष मिल जायेगा।जिसको कोई चिंता नही उसे कोई बीमारी नही हो सकती है।इसलिए सारी चिंता छोड़ भागवत कथा का श्रवण जरूर करे।
आधुनिक जीवन मे जीने के साथ हमेशा बच्चो का नाम घर मे भगवान के नाम से जोड़ने रखना चाहिए।जिससे मन न करे फिर भी बच्चे नाम से भगवान को याद कर सके।कथा के मुख्य यज्ञमान रमेश दत्त तिवारी अधिवक्ता है।पूर्व प्रधान इंद्र देव तिवारी आए लोगो का महाराज जी से परिचय कराया। सोमवार को कथा का अंतिम दिन है।मंगलवार को हवन पूर्णाहुति व 20 अप्रैल को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया हैं।