
- अपराध पर नियंत्रण पहली प्राथमिकता- डीआईजी
- फ्राड व चीटिंग रोकने के लिए होगा एंटी फ्रॉड सेल का होगा गठन
अयोध्या के नए डीआईजी के रूप में मुनिराज की तैनाती की गयी है. उनकी यह तैनाती अस्थायी तौर पर हुई है. पुलिस महानिरीक्षक ने उन्हें तत्काल पदभार ग्रहण करने के निर्देश दिये हैं.मुनिराज 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. इसके पहले वह गाजियाबाद में एडिशनल एसपी के तौर पर तैनात रहे थे. मुनिराज मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं.रविवार को वह कार्यभार ग्रहण कर दर्शन-पूजन तथा रामजन्मभूमि का निरीक्षण करने के बाद पुलिस लाइन सभागार में मीडिया से मुखातिब थे। बताया कि पहली पोस्टिंग बतौर ट्रेनिंग इलाहाबाद में मिली और फिर वाराणसी में एएसपी के पद पर तैनात हुए। उसके बाद कई जिलों में प्रभार देखा। उन्होंने कहा कि संचार के साथ संवाद की प्रभावी व्यवस्था रहेगी।
- अपराध पर नियंत्रण पहली प्राथमिकता- डीआईजी
अयोध्या मंडल के लिहाज सेजिले की कानून व्यवस्था व अपराध पर नियंत्रण पहली प्राथमिकता होग। हर स्तर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, किये जायेंग। जनसुनवाई व जन समस्या का निस्तारण पर निगरानी के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था को सुगमता पूर्वक बनाया जायेगा.अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था हमेशा अलर्ट मोड पर,अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था शासन स्तर पर हो रही है। सीआरपीएफ भी लगी है पीएससी भी लगी है,जिसकी निगरानी एसपी सिक्योरिटी रखते हैं
- फ्राड व चीटिंग रोकने के लिए होगा एंटी फ्रॉड सेल का होगा गठन
कानून व्यवस्था अपराध नियंत्रण, जन सुनवाई, विवेचना निस्तारण, अभियोजन, सुचारु यातायात व्यवस्था पुलिस की जिम्मेदारी है। इसके लिए जवाबदेही तय की जाएगी। आर्थिक अपराधों के नियंत्रण के लिए सीओ स्तर पर एंटी फ्रॉड सेल का गठन होगा।