Sunday, April 20, 2025
Light
Dark

भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़…राष्ट्रीय संयोजक के पौत्र का ट्रेन हादसे में निधन…

  • हे प्रभु! पौत्र को मुझसे छीन न भरने वाला जख्म दे दिया- डा.उपाध्याय
  • पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक के पौत्र का ट्रेन हादसे में मौत से हर कोई सहमा,सांत्वना देने का लगा तांता
  • अयोध्या मंडल व देश भर के सभी पदाधिकारियों व पत्रकारों ने जताया दुख।

सुल्तानपुर।वर्ष 2022 जाते जाते दुखों का पहाड़ छोड़ गया।शनिवार की सुबह आठ बजे भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के जनक व राष्ट्रीय संयोजक डॉ. भगवान प्रसाद उपाध्याय के पौत्र का आकस्मिक निधन हो गया।जिससे पूरे देश में पत्रकारिता जगत में दुख की लहर दौड़ गई।जो जहां रहा सुनते ही अवाक रह गया।करीबियों व पत्रकारों ने दूरभाष दुख व्यक्त करते हुए परिवार को इस दुख की घड़ी में ईश्वर से सहन करने की प्रार्थना की है।

वाकया सुबह आठ बजे का है।डॉ उपाध्याय के इकलौते पौत्र उत्कर्ष उपाध्याय पुत्र पवनेश उपाध्याय कोचिंग जाते समय ट्रेन की चपेट मे आ गये, जिसके कारण घटना स्थल पर ही उत्कर्ष की हृदय विदारक मौत हो गयी।घटना की सूचना मिलते ही परिजनों मे कोहराम मच गया। डॉ उपाध्याय, उत्कर्ष के पिता पवनेश, पवन अन्य परिजनों के साथ पहुंच कर अपने कलेजे को टुकड़े को बेसुध पड़ा देख कर चित्कार करने लगे। परिजनों के करुण रुन्दन से आसपास के लोग भी अपने आंसू को रोक नहीं पाये।

डॉ उपाध्याय के पौत्र की असामायिक मौत की खबर से पूरे देश में फैले भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ परिवार मे शोक की लहर दौड़ गयी। देश के लगभग 15 प्रांतो से संगठन के जिम्मेदार लोगों ने मोबाइल पर शोक संवेदना व्यक्त करने के साथ ही ईश्वर से परिवार को इस दुख से उबारने के लिये अनवरत प्रार्थना की जा रही है।अपने इकलौते पौत्र का अंतिम संस्कार करने के बाद डॉ उपाध्याय ने एक बहुत ही मार्मिक सन्देश महासंघ के सभी ग्रुपों मे पोस्ट किया है।

डॉ. उपाध्याय ने लिखा है कि क्रूर काल की नियति का खेल वर्ष 2022 जाते जाते खेल गया और मेरे परिवार को दे गया एक असह्य वेदना का भारी बोझ।आज सुबह सुबह मेरे अपने कलेजे का टुकड़ा पूरे घर का चहेता मेरा इकलौता पौत्र चि. उत्कर्ष उपाध्याय पुत्र पवनेश कुमार हम सबको रोता विलखता छोड़ कर अनंत यात्रा पर चला गया।सहसा घटित इस अकल्पनीय असहनीय घटना ने हम सब को ऐसी पीड़ा दे दी कि वह अंतिम क्षण तक रुलाती रहेगी।

उसके लिए जो स्वर्णिम सपने हम सबने पाल रखे थे , वे आज डीहा गंगा घाट पर उसकी चिता में कपूर बन कर शून्य में विलीन हो गए।इस घटना पर दुख व्यक्त करने वालो में पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष,प्रांतीय अध्यक्ष,राष्ट्रीय पदाधिकारी में अनंत राम पांडेय,विजय विद्रोही,डा.अशोक मिश्र,सत्य प्रकाश गुप्ता, अरुण पांडेय,मंडल अध्यक्ष अयोध्या अनुराग द्विवेदी,सुधाकर श्रीवास्तव,अनिल श्रीवास्तव,शशिकांत दुबे,सुनील राठौर,राकेश मिश्र,अंजनी तिवारी,सुल्तानपुर जिलाध्यक्ष राकेश तिवारी,अयोध्या जिलाध्यक्ष सूर्य कुमार मिश्र,अंबेडकर नगर जिला प्रभारी इंद्रसेन सिंह,अमेठी जिला प्रभारी बीके उपाध्याय,रमन पांडेय व केके मिश्र समेत अन्य प्रांतों, जिलों के पदाधिकारियो ने परिवार को फोन पर ढांढस बंधाया है।

वही सुल्तानपुर जिले के एक अखबार के विधि संवाददाता व संगठन के पदाधिकारी विवेक श्रीवास्तव की माता का भी निधन हो गया।जिससे अधिवक्ताओं व पत्रकारों में शोक की लहर है।