Saturday, April 19, 2025
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सुल्तानपुर के पीसीएस अधिकारी शमसाद हुसैन के 03 साल बेमिसाल:-जिले में कार्यकाल के दौरान उन्हें दोबारा मिली जिंदगी…

  • एक साथ दो विभागों का उठाया जिम्मा,किया त्वरित न्याय
  • कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में दिखाई हिम्मत,कोविड पॉजिटिव होने के बाद भी किया काम
  • जिले में कायम गुंडा राज व माफिया राज को किया ध्वस्त,दर्जनों को मिट्टी में मिलाया

सुल्तानपुर।सरकारी दफ्तरों में शिकायते, उनसे जुड़ी फाइलें और उन पर चढ़ती धूल. जैसे जैसे साल बीतते जाते हैं वैसे वैसे उन पर जमा होने वाली धूल और फाइलों की संख्या दोनों ही बढ़ती जाती हैं. जाहिर सी बात है कि इन समस्याओं के समाधान के लिए कई साल बीत जाते हैं फिर भी कोई निष्कर्ष नहीं मिलता.

लेकिन आज हम आपको सुल्तानपुर जिले में मुख्य राजस्व अधिकारी के रूप में तैनात एक ऐसे पीसीएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे है जिनके कार्यो की जितनी तारीफ की जाय उतनी कम है।हम बात कर रहे है जिले में लगभग 3 वर्षो से तैनात रहे मुख्य राजस्व अधिकारी शमशाद हुसैन ( Shamsaad Hussain Sultanpur)की।शमशाद हुसैन ने अगस्त 2019 में बतौर सीआरओ जिले की कमान संभाली। वर्तमान समय मे कुछ अफसर व अधिकारी ऐसे भी ही जो लग्जरी जीवन जीने की बजाय अपने कर्तव्यों का निर्वहन जनता के हित मे करते है।बहरहाल अब शमशाद हुसैन अपर आयुक्त मेरठ मंडल (PCS officer Shamsaad Hussain) के रूप में अपना कार्यभार संभालेंगे।पेश है दस्तक भारत न्यूज की खास रिपोर्ट…

  • एक साथ दो विभागों का उठाया जिम्मा,किया त्वरित न्याय

जिन शिकायतों व समस्याएं सुलझाने में सालों लगते थे उसे मुख्य राजस्व अधिकारी शमशाद हुसैन ने चंद दिनों में सुलझाने व न्याय देने के रूप में अपनी पहचान बनाई ।इसके साथ ही इनके करीब 2 साल तक डीडीसी का पद इनके पास रहा।

श्री हुसैन अक्सर अपने काम को लेकर सुर्खियों के लिए जाने जाते रहे है वह जिले में तैनात तेज तर्रार ऑफिसर्स में से एक हैं. दरअसल, शमसाद हुसैन के काम करने का तरीका बाकी अफसरों से थोड़ा अलग रहा. आज जहां अफसर सरकारी दफ्तरों में फाइलों के जरिए लोगों की समस्याएं और परेशानियां सुलझा रहे हैं वहीं दूसरी ओर श्री हुसैन अपने सीयूजी नंबर पर मिली जनता की परेशानियों को सुनकर उनका तुरंत समाधान दे देते थे।इन्होंने ने अपने कार्यकाल में हलियापुर बेलवाई मार्ग,राष्ट्रीय हाइवे एनएच 56 के निर्माण में किसानो को प्राथमिकता पर मुआवजा दिलाने का काम किया।

  • कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में दिखाई हिम्मत,कोविड पॉजिटिव होने के बाद भी किया काम

वैश्विक स्तर की कोरोना महामारी में भी शमशाद हुसैन की कार्यशैली सुर्खियों में रही।कोविड कि लहर में जब अपने अपनों का साथ नही दे रहे थे तो शमसाद हुसैन अफसरों व कर्मियों के लिए प्रेरणास्रोत बनकर सामने आए और कमान संभाली।कोविड की लहर ने उन्हें अपने चपेट में लिया तो उन्हें सुल्तानपुर से गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल तक का सफर करना पड़ा।लेकिन जब श्री हुसैन के मन मे लोगो की जनसेवा का जुनून था तो वह इनती जल्दी कैसे जिंदगी जंग हारते, फिर क्या था वह कुछ ही दिनों में अपने काम पर लौटे और कोविड काल से प्रभावित जरूरतमंदों की सरकारी व निजी तौर पर हर संभव मदद किया।अन्य प्रदेशो से पैदल चलकर आने वाले मजदूरों व कोविड पॉजिटिव को बस स्टेशन पर जाकर लोगो को दो वक्त की रोटी भी बांटी।यही वजह थी कोविड की दोनों लहरो में डीएम सी इन्दुमती व रवीश गुप्ता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे और ” कोरोना हारेगा, देश जीतेगा” के मन्त्र को सच कर दिखाया।

यही नही कोविड के दौरान सरकार की तरफ से हर एक राहत योजना को जन जन तक पहुंचाने का काम किया।इसके साथ ही कोविड काल के दौरान कोविड के प्रभाव को रोकने के लिए शुरू की ई पास प्रणाली में तेजी प्रदान करते हुए ज़रूरतमन्द लोगो को आने जाने की इजाजत भी प्रदान किया।

  • जिले में कायम गुंडा राज व माफिया राज को किया ध्वस्त,दर्जनों को मिट्टी में मिलाया

सुल्तानपुर जिले में जब से शमसाद हुसैन को तैनाती मिली तभी से जिले में व्याप्त गुंडा राज व माफिया राज में कमी आने लगी।यही नही जिनकी कभी जिले में तूती बोलती थी उन्हें श्री हुसैन ने अंडर ग्राउंड होने पर मजबूर कर दिया।जिले में आपराधिक कृत्यों में लिप्त बड़े बड़े दर्जनों अपराधियों की कई करोड़ो संपत्ति को कुर्क करते हुए जिले से बाहर का रास्ता दिखाया।योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को कायम करते हुए लगभग पिछले 3 सालो में सैकड़ो माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का काम किया।यही नही अपने कार्यकाल के दौरान दो बड़े चुनाव जिसमे जिला पंचायत व विधानसभा को सफलतापूर्वक निष्पक्षता के साथ संपन्न कराया।चुनाव में वर्चस्व कायम करने वालो में जिनका क्षेत्र में अपना राज चलता था उनको भी चुनाव में राइट टाइम कर दिया।यही वजह रही कि इतने लंबे समय तक जिले में श्री हुसैन ने ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया।