
भारतीय भू चुंबकीय संस्थान में बोले पुलिस अधीक्षक ब्रजेश मिश्र
मुम्बई।विज्ञान में मौजूद ज्ञान को वेदों में भरे विशेष ज्ञान के बीच यदि सामंजस्य बनाकर अध्ययन कर प्रयोग किया जाए तो सफलता पाई जा सकती है। यह विचार पुलिस ट्रेनिंग स्कूल सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश के पुलिस अधीक्षक ब्रजेश मिश्र (Ips Brajesh Mishra) ने व्यक्त किए।नवी मुंबई के पनवेल स्थित भारतीय भू चुंबकीय संस्थान Indian Institute of Geomagnetism में आयोजित मोटिवेशनल स्पीच (प्रेरक व्याख्यान) कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने शोधार्थियों और वैज्ञानिकों को अपने व्याख्यान से प्रेरित किया।

वेल्थ, हेल्थ, हैप्पीनेस और सक्सेस जीवन के महत्वपूर्ण पहलू
पनवेल में हुए इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में वैज्ञानिकों और शोधार्थियों ने हिस्सा लिया। अपने उन्हें संबोधन में उन्होंने वेल्थ, हेल्थ, हैप्पीनेस और सक्सेस के बीच का फासला बताया। वेदों और पुराणों का भी हवाला दिया। उन्होंने बताया कि होड़ से भरे इस जीवन में कैसे सामंजस्य बनाकर सफलता पाई जा सकती है। उन्होंने संस्थान के निदेशक प्रो. एपी डिमरी को सनातन धर्म व संस्कृति पर लिखी अपनी पुस्तक भी भेंट की। इस अवसर पर संस्थान के रजिस्ट्रार आशुतोष शुक्ल, भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) मुंबई के निदेशक प्रो. मनोज तिवारी तथा सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च ऑन कॉटन टेक्नोलॉजी मुंबई के निदेशक प्रो.एस के शुक्ला मौजूद रहे।
