
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन में दवाओं के अन्वेषण में हों रहे नए प्रयोग- डॉ रमा एस द्विवेदी
जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय, वाशिंगटन डीसी, यूएसए प्रोफेसर व फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अमेरिका में कार्यरत है (डॉ.) रमा एस द्विवेदी ने
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर में दवा अनुमोदन प्रक्रिया व्याख्यान का आयोजन
गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (Mahayogi Gorakhanath University Gorakhpur) पंचकर्म सभागार में दवा अनुमोदन प्रक्रिया और कैंसर विषय पर वृहद व्याख्यान का आयोजन किया गया। दवा अनुमोदन प्रकिया व्याख्यान के मुख्य वक्ता जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय, वाशिंगटन डीसी, यूएसए के प्रो. (डॉ.) रमा एस द्विवेदी (George Washington University Washington DC Dr Rama Shankar in Dwivedi) ने फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन में हो रहे शोध-नवाचारों और चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा करते हुए मार्गदर्शन किया।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व मां सरस्वती के वंदन और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हुई।व्याख्यान से पूर्व फार्मेसी संकाय के प्राचार्य प्रो.डाॅ शशिकांत सिंह जी ने अतिथि प्रो.(डॉ.) रमा एस द्विवेदी को स्मृति चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया।











Safety and Efficacy दो महत्वपूर्ण बिंदुओं पर एफडीए करता है कार्य-डॉ रमा एस द्विवेदी
डॉ. रमा द्विवेदी ने विदेश यात्राओं का संस्मरण और वैज्ञानिक कार्यों को साझा करते हुए कहा फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) (Foods and Drug Administration AmericaFDA) में अन्वेषकीय दृष्टि से अनंत चुनौतियां और संभावनाएं है।उच्च स्तरीय गुणवत्ता के लिए अंतराष्ट्रीय स्तर पर नोबेल पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में दवाओं पर शोध कार्य करने की बात कही। जिससे दवाओं और वैक्सीन के अच्छे परिणाम आए है । यूएस एफडीए के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए डॉ. रमा द्विवेदी ने दवा विकास के विभिन्न पहलुओं व चरणों पर प्रकाश डाला।जिसमें नई दवाओं का विकास, गैर-नैदानिक मूल्यांकन, नैदानिक परीक्षण शामिल हैं।






उन्होंने जेनेरिक और ब्रांडेड दवाओं के बारे महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए बताया कि दोनों प्रकार की दवाओं में समान तत्व होते हैं और वह समान औषधीय प्रभाव दिखाते हैं। हालांकि, जेनेरिक दवाएं ब्रांड नाम वाली दवाओं की तुलना में सस्ती होती हैं।डॉ. द्विवेदी ने एफडीए द्वारा दवा अनुमोदन की प्रक्रिया को भी विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि एफडीए कर्मचारी दवाओं की सुरक्षा और प्रभावशीलता का मूल्यांकन करते हैं।
श्री द्विवेदी ने मेडिकल छात्रों से विचार साझा करते हुए चिकित्सा जगत में कार्य करने के लिए विभिन्न अवसरों के बारे में बताया।इतना नही व्याख्यान में मौजूद छात्र छात्राओं से अमेरिका में मौजूद नौकरी के अवसर के साथ अमेरिका आने पर मदद का भरोसा दिलाया।

वर्तमान समय कैंसर से बचाव व रोकथाम के उपाय मौजूद-डॉ अनुराग
इस सत्र में डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने सामान्य कैंसर, स्तन कैंसर, मुंह के कैंसर और ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) का परिचय दिया। डॉ अनुराग ने कैंसर के प्रभाव उसके उपचार और रोकधाम पर सभी का मार्गदर्शन किया ।
व्याख्यान सत्र का संचालन सहायक आचार्य पीयूष आनंद ने किया धन्यवाद ज्ञापन डॉ गिरिधर वेदान्तम जी ने किया ।






व्याख्यान सत्र में सम्बद्ध स्वास्थ्य विभाग संकाय, फार्मेशी संकाय, एम .बी. बी. एस के छात्र छात्राओं ने विद्वतजनों ने प्रश्न पूछा जिसने प्रमुख रूप से छात्र मंजीत यादव, दीन दयाल गुप्ता ,निखिल प्रकाश पाण्डेय, नीलेश यादव, मंजूषा द्विवेदी, प्रीतेश कुमार, सहित दर्जनों छात्रों ने संबंधित विषय पर प्रश्न किया। व्याख्यान में प्रमुख रूप से एम.बी.बी.एस के प्राचार्य डाॅ अरविंद सिंह कुशवाहा, आयुर्वेद प्राचार्य डॉ गिरिधर वेदान्तम, फार्मेशी संकाय के प्राचार्य प्रो. शशिकांत सिंह, संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो . सुनील कुमार सिंह, कृषि विज्ञान विभाग के अधिष्ठाता डाॅ. विमल कुमार दुबे,पैरामेडिकल संकाय के प्राचार्य डॉ रोहित श्रीवास्तव, बी .बी. ए लॉजिस्टिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. तरुण श्याम , डॉ अमित दुबे, डॉ अनुपमा ओझा ,डॉ संदीप कुमार श्रीवास्तव, डॉ.आशुतोष श्रीवास्तव , धनंजय पाण्डेय, डॉ अमित उपाध्याय, डॉ अभिषेक कुमार सिंह, प्रवीण कुमार सिंह,श्री कांत,प्रदीप राव के साथ ही समस्त शिक्षकगण एवं छात्र छात्राएं भी उपस्थित थे।











