
श्रद्धांजलि सभा को लेकर पूर्व मंत्री जयनारायण तिवारी,पूर्व विधायक देवमणि द्विवेदी, महिमा शंकर द्विवेदी,डॉ डीएस मिश्र,डॉ शैलेंद्र त्रिपाठी, राम दुलार पाठक ने जनता से सभा मे पहुंचने के लिए किया अपील
- सत्ताधारी सीएम से परिजनों को मिला दिखा रहे अपनी पहुंच, तभी तो कार्यवाही सिफर।
- सप्ताह भर बाद भी पुलिस खाली हाथ,चहरदीवार गिरा लूट ली राजस्व व पुलिस महकमे ने वाहवाही।
(Doctor Murder news)।सुल्तानपुर जिले में डॉक्टर हत्याकांड के सप्ताह भर बीतने को हैं। जिसको लेकर अभी आम जन मानस में गुस्सा कायम है।वजह भी साफ है कि 50000 का इनामियां आरोपी तेज तर्रार पुलिस की पकड़ से दूर है।खैर शनिवार को नगर के तिकोनिया पार्क में विशाल श्रद्धांजलि सभा का आयोजन है।ऐसे में नेताओं को तरफ से किए गए आवाहन कई हजार की भीड़ इस सभा में शिरकत करने की उम्मीद है।इस आयोजन की घोषणा पर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल रहे हैं।फिलहाल इस सभा से जिले में ही नही ये आवाज राजधानी तक पहुंचेगी।जो भविष्य में डॉक्टर के परिवार को न्याय दिलाने का काम करेगी।

सत्ताधारी नेता सीएम से परिजन को मिला दिला रहे झूठी दिलासा-
डॉक्टर की हत्या हुए सात दिन बीत चुके है।दूसरे दिन से भाजपा के चाहे पूर्व विधायक देव मणि दुबे रहे हो या विधायक राज प्रसाद उपाध्याय,विनोद सिंह अथवा सीताराम वर्मा,राम चंद्र मिश्र। सब के सब मृतक के परिजन को मिला तो दिए।हुआ क्या परिणाम सिफर है।अभी भी कुछ लोग जो सत्ता में पैठ बनाए है उन्हे बाहर का रास्ता नहीं दिखाया गया है।आज तक न तो अन्य आरोपियों के नाम बढ़े,न ही मुख्य आरोपी पकड़ा गया। हां इतना जरूर रहा इन सबके प्रयास से अंतिम संस्कार आसानी से हो गया। तूल नही पकड़ा।

भाजपा विधायक विनोद सिंह दो दिन पहले मृतक के घर जाकर सांत्वना दिए।अब बिना लेटर हेड के पत्र लिख तरह तरह का आश्वासन दे रहे है।

वही सात दिन बाद सांसद मेनका गांधी का पत्र सामने आया है।जिसमे स्वस्थ होने पर मृतक परिवार से मिलने की बात कही गई है।इनके प्रतिनिधि पहले दिन से मदद में लगे हैं।यही पत्र पहले दिन आ गया होता तो अब हो रही चर्चा का मौका न मिलता।फिलहाल डीएम एसपी भी परिजन के घर पहुंच हाल चाल लिए है।

औपचारिकता भर चला बुलडोजर,बुजुर्ग पिता को अरेस्ट कर लूट रहे वाहवाही
फिलहाल जिले की पुलिस के लिए इनामिया मुख्य हत्याआरोपी को न पकड़ पाना कोई आम बात नही है।बहुत सी ऐसी बड़ी वारदात है जिसमें खुलासे में पुलिस नाकाम है।डॉक्टर हत्या कांड में अजय नारायण पर 50 हजार का ईनाम,अदालत से एनबीडब्ल्यू आम बात हैं।अधिवक्ता मो. आजाद हत्याकांड का भी मुख्य आरोपी सिराज अहमद भी पुलिस को ढूंढे नहीं मिल रहा हैं।

हद तो तब है कि डॉक्टर की हत्या में कुछ सत्ताधारी नेताओ के खिलाफ मुकदमे में नाम बढ़ाने की बात आई तो उसमे भी लीपापोती चल रही है।बुलडोजर भी भाजयुमो के निजी कार्यालय व आरोपी के बाउंड्री वॉल पर चला इतिश्री कर ली गई।अभी एक दिन पहले पुलिस की छापेमारी में भाजपा नेता बब्बन सिंह के घर से आरोपी अजय नारायण की बुलेट व स्कूटी बरामद हुई है।लेकिन योगी सरकार की पुलिस है जो चाहेगी करेगी।तभी तो संरक्षण में हुई इस नृशंस हत्या पर गुस्सा लाजमी है।