
- एसपी के निष्पक्ष जांच व आश्वासन पर हुआ अंतिम संस्कार।
सुल्तानपुर।जिले के चांदा कोतवाली अंतर्गत देवाढ़ गांव में बुधवार को जब दलित किशोर का शव पोस्टमार्टम के बाद पहुंचा तो गांव में चीख-पुकार मच गई। ग्रामीणों ने हत्या का मुकदमा दर्ज करने व मामले का खुलासा करने तक शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। हालांकि अधिकारियों के मान-मनौव्वल के बाद ग्रामीण शांत हुए।
पुलिस अधीक्षक की तरफ से निष्पक्ष जांच का भरोसा दिए जाने के 6 घंटे बाद डेड बॉडी का अंतिम संस्कार किया गया।
20 मई की शाम से देवाढ़ गांव निवासी प्रियांशु गौतम (12) गायब हो गया था। मंगलवार को उसका शव बगल के गांव साढापुर में वंशराज यादव के गन्ने के खेत में मिला था। एएसपी के अनुसार किशोर के शव पर काले धब्बे व शरीर पर कीड़े लगे हुए थे। शव को कल ही पोस्टमार्टम में भेज दिया गया था। पोस्टमार्टम के बाद परिजन किशोर के शव को लेकर गांव पहुंचे और दफनाने से इनकार कर दिया। तब पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए।

परिजनों का कहना था कि पुलिस पहले हत्या का खुलासा करे तब शव दफन होगा। लंबी बातचीत के बाद किसी तरह परिजन पुलिस के आश्वासन पर किशोर के शव को दफन करने को तैयार हुए।वही सीओ अब्दुस सलाम ने बताया कि परिजनों ने लिखित रूप से अपनी मांग को प्रभारी कोतवाली चांदा वेद प्रकाश शर्मा को सौंपा। जिस पर पूरी तरह से आश्वासन के बाद शव दफनाने को तैयार हुए। मौके पर चांदा थाने की पुलिस के अलावा लंभुआ कोतवाल शिवाकांत तिवारी, एसओ शिवगढ़ अशोक कुमार सिंह, नायाब तहसीलदार लंभुआ दुर्गा प्रसाद उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद रहे।6 घंटे बाद परिजन अंतिम संस्कार को राजी हो गए। डेड बॉडी को मिट्टी में दफना दिया गया है। निष्पक्ष जांच का भरोसा परिजनों को दिया गया है। जिसके बाद वे अंतिम संस्कार को राजी हो गए।