
- सीओ जयसिंहपुर प्रशांत सिंह ने जिला बदर हो चुके अपराधियों को दिया है संरक्षण..?
- सुल्तानपुर में अफसरों के सामने धुने गए कोटेदार-ग्रामीण
- एसपी ऑफिस में पीड़िता के मामले में कप्तान ने दिया मुकदमा दर्ज करने का आदेश।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिसकर्मियों व अफसरों को खुली छूट दे दी है ,यूपी में पुलिस कर्मी/ अधिकारी अब अपने आप को इतना स्वतंत्र महसूस कर रहे हैं कि वह अपने अधिकार व ड्यूटी का दुरुपयोग करने में जुटे है ।पुलिस की मनबढ़ कार्यशैली से जुड़ा ऐसा ही एक मामला सुल्तानपुर से सामने आया है।।जिले में तैनात सीओ जयसिंहपुर प्रशांत सिंह दबंगो का संरक्षण करने के लिए अपने ड्यूटी व पावर का दुरूपयोग करने पर उतारू हो गये है !
- सीओ जयसिंहपुर प्रशांत सिंह ने एक्शन लेने की बजाय दबंगो को दिया खुले आम संरक्षण
पूरा मामला मोतिगरपुर थाना क्षेत्र के गाव विभारपुर के कोटे से जुड़ा है जहाँ पर कोटेदार की अनियमितता की शिकायत की जांच के दौरान जांच टीम अधिकारी तहसीलदार सदर अरविंद तिवारी,नायब दीपांकर,मोतिगरपुर पुलिस व सप्लाई इंस्पेक्टर के सामने मारपीट हो गयी। जिस पर पीडित कोटेदार व प्रधान समेत दर्जनों ग्रामीणों ने मामले की लिखित तहरीर थाने पर दिया। मामले में सीओ जयसिंहपुर प्रशांत सिंह ने एक्शन लेने की बजाय दबंगो को खुले आम संरक्षण प्रदान कर डाले। जबकि मामले में कोटेदार पूजा ने सीओ जयसिंहपुर पर गांव के अजय सिंह,संजय सिंह ,अमर सिंह के साथ रिश्तेदारी निभाने का आरोप लगाया है।सीओ जयसिंहपुर (Co Jaisinghpur Prashant Singh) के दबाव के चलते पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज न कर पीड़ित पक्ष के कई ग्रामीणों का शांति भंग के आरोप में चालान कर दिया।
- एसपी सोमेन बर्मा ने जांच कर मुकदमा दर्ज करने का दिया तत्काल निर्देश
फिलहाल कोटेदार,प्रधान समेत कई ग्रामीणों ने मामले की शिकायत एसपी सोमेन बर्मा (Sp Somen Barma)से मिलकर किया था।जिस पर एसपी ने जांच कर मुकदमा दर्ज करने का निर्देश पुलिस को दिया था।जिसको एक सप्ताह बीत गए जांच पूरी नही हुई है।बहरहाल आज एक बार फिर से पीडित कोटेदार व प्रधान ने एसपी दफ्तर पहुंच कर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग उठाई है। जिस पर जिले के तेजतर्रार कप्तान सोमेन बर्मा ने ग्राम पंचायत में तहसीलदार के सामने हुई मारपीट के मामले में तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं।एसपी ने मोतिगरपुर थानाध्यक्ष राज कुमार वर्मा से घटना की जानकारी लेते हुए मेडिकल कराते हुए मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है
बताते चले कि कोटेदार की शिकायत डीएम से हुई थी।जिसकी जांच करने के लिए पांच सदस्यीय जांच टीम पंचायत भवन पर ग्रामीणों से पूंछ तांछ कर रही थी।गांव के राम प्रताप दुबे,जीत बहादुर यादव,प्रेम शंकर,अशोक,अमर जीत एक जुट होकर लाठी डंडे से लैश हो आ गए।गाली गलौज करते हुए कोटेदार पूजा यादव,सत्येंद्र,पिटई रामफल समेत कई को मार मार कर लहू लुहान कर डाला।
ग्रामीणों का कहना है कि गाँव के कुछ लोग जो गम्भीर अपराधिक कृत्यों को अंजाम देने वाले है और जिला बदर हो चुके है उनके इशारे पर यह घटना हुई है जिन्हें सीओ जयसिंहपुर संरक्षण प्रदान किए है।
फिलहाल यही वजह है कुछ दिन पूर्व शासन से जारी एक लिस्ट में सुल्तानपुर जिले का नाम फिस्सड्डी पुलिस व्यवस्था के नाम से सामने आया था।कुछ दिन पूर्व यूपी के सीएम योगी ने पुलिस मुख्यालय को एक आदेश में भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों की सूची तैयार करने को कहा है जिसमे एक नाम सीओ जयसिंहपुर प्रशांत सिंह का भी होना अब आवश्यक है।