Monday, June 2, 2025
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Varanasi News:-सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजभूषण दुबे ने बेटी की सगाई में बनवाया मिलेट्स सुपर फ़ूड ‘श्री अन्न’ का वयंजन,खूब चर्चा में रही रिंग सेरेमनी …

  • पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट मिलेट्स फ़ूड को सगाई में बनाया प्रमुख वयंजन
  • 2023 के बजट में मोटा अनाज को मिला है मिलेट श्री अन्न नाम …
  • लड़की ने रिंग सेरेमनी में खिलाया बाजरे का लड्डू
  • सगाई में मड़वे की रोटी और सांवा की खीर रहा विशेष आकर्षण..
  • घर की महिलाओ ने होटल के व्यजन को किया फेल…

वाराणसी।भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा दिया था. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इस नारे को फिर बुलंद करने जा रही है.श्री अन्न की शुरुआत अब मांगलिक कार्यक्रमों में भी होने लगी है।पीएम मोदी में संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रिंग रोड सिंधोरा कट के पास एक रेस्टोरेंट्स में सामाजिक कार्यकर्ता ब्रज भूषण दुबे के बेटी प्राची की रिंग सेरेमनी (सगाई) में सुपर फ़ूड मिलेट्स ‘श्री अन्न’ (Super Food Milets Shri Ann)डिश खूब चर्चा में रहा।प्राची की सगाई के मांगलिक कार्यक्रम में कुल 5 प्रकार के मोटे अनाज के द्वारा व्यंजन को शामिल किया गया ।जिसमें रागी और बाजरे की रोटी,ज्वार तथा बाजरे का का लड्डू,सांवां की खीर एवं कोदो की रोटी मेहमानों कों खूब पसंद आई।पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में ड्रीम प्रोजेक्ट मिलेट्स फ़ूड का मांगलिक कार्यक्रम में उपयोग श्री अन्न को बढ़ाने में कारगर साबित होगा।

  • बेटी प्राची ने मोटे अनाज को थाली में शामिल करने का दिया संदेश

प्राची ने रिंग सेरेमनी में मौके पर होने वाले पति प्रवीण को ज्वार और बाजरे का लड्डू खिला कर स्वागत किया। ब्रज भूषण दुबे ने अपने होने वाले समधी और भूतपूर्व सैनिक छोटेलाल दूबे को सांवां/ झंगोरा की खीर खिलाकर मोटे अनाज को थाली में शामिल करने का संदेश दिया।
प्राची ने अपने होने वाली सासू मां सहित अन्य महिलाओं को ज्वार एवं बाजरे का लड्डू खिलाकर उनका मुंह मीठा कराया। प्राची ने कहा कि हमारे रसोई में पहले से ही मोटा अनाज शामिल है। मैं ससुराल जाकर भी वहां की रसोई में मिलेट्स को बढ़ावा दूंगी।प्राची स्वयं यूट्यूबर हैं व पिता के यूट्यूब चैनल ब्रज भूषण दूबे के चैनल पर लगभग साढ़े सोलह लाख सब्सक्राइबर एवं करोड़ों दर्शक हैं।उनके चैनल को 180 देशों द्वारा देखा जाता है।

  • घर की महिलाओं ने तैयार किया मिलेट्स सुपर फ़ूड

पीएम मोदी संसदीय एक रेस्टोरेंट्स में मिलेट्स फूड्स को बनाने के लिए होटल संचालक ने हाथ खड़ा कर दिया होटल संचालक ने कहा कि हमारे बावर्ची/कुक ऐसे अनाज का नाम तक नहीं सुने हैं वे इनका भोजन बनाएंगे कैसे? बावर्चियों को ऐसे भोजन के वीडियो भी दिखाए गए उसके बाद भी जब वे तैयार नहीं हुए।तब चर्चित यूटूबर ब्रज भूषण दुबे (Youtuber Braj Bhushan Dubey)की पत्नी रंजना व घरातियों ने मिलकर लगभग 100 लोगों के लिए सुपर फूड श्री अन्न तैयार किया। बाजरे व ज्वार का लड्डू को राजशाही अंदाज में सरपत की डलिया तथा मिट्टी के वर्तन में अतिथियों को परोसा गया

  • ऐसे किया 100 लोगो के लिए मोटे अनाज (सुपर फूड) का इंतजाम

प्राची के पिता ब्रज भूषण दुबे ने बताया कि ज्वार और बाजरा तो अपने जिले गाजीपुर में गंगा के किनारे वाले गांव से मंगाया था वही सावां, कोदो और मंड़वा/रागी को उत्तराखंड से मंगाया था।जहां तक इसके मूल्य का सवाल है तो ज्वार बाजरा 35 से ₹40 किलो तक आराम से मिल जाएगा। वही मड़वा और सावां यदि उत्तराखंड से मनाया जाए तो ₹100 किलो से कम के रेट में मिल सकता है। वैसे अब यह सुपर फूड विभिन्न शहरों के माल में बेचे जा रहे हैं।इसके लड्डू बनाने में देसी गुड़ एवं देसी घी का प्रयोग किया गया था। यदि मूल्य का आकलन किया जाए तो छेना के रसगुल्ला और गुलाब जामुन से कीमत इसकी कम पड़ेगी वहीं सेहत का खजाना है मोटा अनाज। भयंकर बीमारियों से हमको बचाएगा तथा इसका किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है।

वैसे भी संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को ‘मिलेट ईयर’ के तौर पर मनाने का ऐलान किया है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार एक तरफ भारत को दुनिया की ‘मिलेट कैपिटल’ बनाना चाहती है. वहीं दूसरी ओर सरकार मोटे अनाज (मिलेट्स) के माध्यम से देश में एक बार फिर ‘जय जवान-जय किसान’ के नारे को बुलंद करना चाहती है. इसके लिए सरकार ने 2023-24 के आम बजट में भी ‘श्री अन्न’ के कॉन्सेप्ट पर फोकस किया है, नया प्लान बनाया है. वहीं ये देश में मोटे अनाज का बिजनेस भी बढ़ाएगा, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी.
मोटे अनाज को दुनिया में बढ़ावा देने का एलान किया। मोटे अनाज अत्यधिक पोषक, अम्ल-रहित, ग्लूटेन मुक्त और आहार गुणों से युक्त होते हैं। इसके अलावा, बच्चों और किशोरों में कुपोषण खत्म करने में मोटे अनाज का सेवन काफी मददगार होता है।

  • सामाजिक कार्यकर्ता ब्रज भूषण दुबे बोले:-हमारा संस्कारी अनाज मॉडर्न अवतार में

बदले हुए रिश्तों की ही तरह अब हमारा अपना ही संस्कारी अनाज मॉडर्न अवतार में मार्केट में पहुंच चुका है. सदियों पुराना हमारा अपना जाना पहचाना अनाज हेल्थ फूड, ऑर्गेनिक फूड और फिटनेस डाइट वाले नामों के साथ बिक रहा है. ये वो अनाज है जो कभी भारतीय खाने का अटूट हिस्सा रहा है. बाजरा, ज्वार, जौ, रागी जैसे मोटे अनाज गेंहूं के आटे में मिलाकर या दूसरे अवतारों में पहले खूब खाए जाते थे लेकिन धीरे धीरे इनकी जगह गेंहूं चावल और मैदे ने ले ली. इसकी कई वजहें रहीं – गेंहू और चावल टेस्ट में मोटे अनाज से बेहतर माने गए. भागते-दौड़ते लाइफ स्टाइल में आसानी से पकने वाले चावल और गेंहू के पिसे हुए और पैकेटबंद आटे ने अपनी जगह बना ली. लेकिन कार्बोहाइड्रेट और स्टार्च से भरपूर गेंहू और चावल ने हमें कई जरूरी पोषक तत्वों से दूर कर दिया.