
- राणा प्रताप पीजी कालेज में लगा विधिक जागरूकता शिविर
सुलतानपुर। ‘ केवल कानून बनाने से हिंसा खत्म नहीं होगी इसके लिए समाज को जागरूक होना पड़ेगा । बिना महिला के पुरुष कुछ नहीं कर सकता। महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान समाज का उत्तरदायित्व है।’ यह बातें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व अपर जिला जज अभिषेक सिन्हा ने कहीं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महिला सप्ताह के अवसर पर राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित विधिक जागरूकता कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
प्राधिकरण की असिस्टेंट डिफेंस कौंसिल अंजली कुमारी ने कहा कि घरेलू हिंसा से बचाव के लिए बने कानून की जानकारी सभी को होनी चाहिए।निधि सिंह ने दहेज प्रतिषेध और पॉक्सो एक्ट के बारे में जानकारी दी।
असिस्टेंट प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि महाविद्यालय के विद्यार्थी उनसे मिलकर कभी भी निशुल्क विधिक सलाह ले सकते हैं।अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष नागेन्द्र सिंह ने कहा कि हर नागरिक को भारतीय कानून के प्रति जागरूक होना चाहिए।स्वागत आईक्यूएसी निदेशक इंद्रमणि कुमार, धन्यवाद ज्ञापन उप प्राचार्य प्रोफेसर निशा सिंह और संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.प्रभात श्रीवास्तव ने किया।
इस अवसर पर असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि, पैरा लीगल वालंटियर योगेश यादव,सतीश पांडेय, सर्वेश सिंह, सुनील राठौर,सोनी गुप्ता, मंदाकिनी मिश्र,अनुज विश्वकर्मा, श्रवण विश्वकर्मा, हरीराम,कृष्ण कुमार उपाध्याय तथा अमित सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक व विद्यार्थी उपस्थित रहे ।
- शिविर में छात्राओं के सवालों का एडीजी ने दिया जवाब
बीएड प्रथम वर्ष की छात्रा प्रगति श्रीवास्तव ने पूछा कि अनेक कानूनों के बाद भी अपराध बढ़ रहे हैं और मुकदमों की सुनवाई भी जल्दी नहीं होती। इस पर एडीजे ने कहा कि कानूनों के बाद भी अपराध होने के लिए समाज ज्यादा जिम्मेदार है न्यायपालिका नहीं। कानूनी प्रक्रिया के कारण मुकदमों में विलम्ब भले ही हो लेकिन फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमों के निस्तारण का रेसिओ अब काफी बढ़ गया है। सुभाषिनी शुक्ल व साक्षी मिश्र के यह कहने पर कि कानूनों के बाद भी लैंगिक आधार पर भेदभाव में विशेष अंतर नहीं आया है। एडीजे ने कहा कि ऐसा नहीं है अब जागरूकता काफी बढ़ गई है । लोग समझदार हो गये हैं।