- एसपी रामपुर अशोक कुमार की पैनी नजर से सकुशल अदा की गयी नमाज

रामपुर में अलविदा की नमाज ऐतिहासिक हुआ करती थी. आजादी से पहले से चल रही परंपरा के अनुसार रामपुर के जिले भर से लोग शहर की जामा मस्जिद आते थे और जुमे की नमाज पढ़ते थे, जिसमें कई लाख लोग नमाज अदा करते थे, जो कई किलोमीटर तक शहर में सड़कों पर मकानों की छतों पर और दुकानों में पढ़ी जाती थी.लेकिन इस बार शासन के निर्देश पर एसपी रामपुर अशोक कुमार (IPS ASHOK KUMAR) की सक्रियता पर मुस्लिम समुदाय के लोग सड़को की बजाय घरों व मस्जिदों में नमाज अदा करते नजर आए।बिना किसी विवाद के जुमे की नमाज अदा की गयी।
लेकिन योगी सरकार के आदेश के बाद शासन और मुस्लिम धर्मगुरुओं के बीच हुई वार्ता में तय हुआ कि इस बार सड़कों पर नमाज नहीं पढ़ी जाएगी. अलविदा की नमाज से जामा मस्जिद के अंदर ही होगी और ईद की नमाज ईदगाह के अंदर ही होगी. मुस्लिम धर्मगुरु ने कहा कि माइक सब उतरवा दिए गए हैं और सबको खबर कर दी गई है.

- नमाज से पहले यूपी में पुलिस ने हटवाए 21965 लाउडस्पीकर
उत्तर प्रदेश में 19949 मस्जिदों में अलविदा की नमाज पढ़ी जाएगी. इसके लिए 29806 धर्मगुरु से बातचीत की गई है. उत्तर प्रदेश का पुलिस का कहना है कि अलविदा की नमाज के दौरान भी लाउडस्पीकर के नियम का पालन किया जाएगा, 21965 लाउडस्पीकर हटाए गए हैं, 42332 लाउडस्पीकर की आवाज कम की गई है