
- मुस्लिम समुदाय के लोंगों द्वारा हजरत इमाम हुसैन की शहादत में निकाला जुलूस
जयसिंहपुर सुलतानपुर(दुर्गा प्रसाद संवाददाता)। जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में मोहर्रम का त्योहार मुस्लिम समुदाय के लोंगों द्वारा मातम के रूप में मनाया गया।इंसानियत के लिये कर्बला की लड़ाई में हजरत इमाम हुसैन अपने बहत्तर साथियों के साथ शहीद होते हुए अपनी जान की कुर्बानी दे दी थी । जिनकी शहादत और कुर्बानी को याद करते हुए मुस्लिम समुदाय द्वारा जगह से मातमी जुलूस और ताजिये निकालकर उनकी शहादत और कुर्बानी को याद किया गया।
जयसिंहपुर तहसील के विभन्न इलाकों में मुस्लिम समुदाय के लोंगों द्वारा मोहर्रम का त्योहार हजरत इमाम हुसैन की शहादत और कुर्बानी की याद में मातम के रूप में मनाया गया।इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक कर्बला की लड़ाई हजरत इमाम हुसैन इंसानियत को बचाने के लिये अपने बहत्तर साथियों के साथ कर्बला की लड़ाई में अपनी कुर्बानी दे दी थी।मुस्लिम समुदाय के लोंगों द्वारा शनिवार को मोहर्रम के अवसर पर हुसैन की शहादत की याद में ताजिया और जुलूस निकाला। जुलूस के मातमी माहौल में या हुसैन की सदायें गूंजती रही। तहसील क्षेत्र के सेमरी बाजार, भेवापार, गुडबड़, विरसिंहपुर,तिन्दौली,मुईली,गोसाईंगंज बगिया चौराहा आदि स्थानों हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की शहादत की याद में मुहर्रम त्योहार पारंपरिक ढंग से शांतिपूर्ण तरीके से मातम के रूप में मनाया गया। जुलुस में आकर्षक रूप से तैयार किये गये ताजिया के साथ विभिन्न अखाड़ों में अपने पारम्परिक तरीको से प्रदर्शन में शामिल युवकों ने तलवार,जंजीर, लाठी, डंडा,एक से बढ़ कर हैरतअंगेज कलाबाजी का प्रदर्शन किया और साथ ही या अली, या हुसैन से पूरा क्षेत्र गूंज उठा ।
इसी के साथ लोंगों ने रब से अमन चैन के लिए दुआ भी मांगी गई।इसमें काफी संख्या में सभी समुदाय के हर उम्र के लोग शामिल हुए। जुलूस के साथ चल रहे ताजिया लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना रहा, जिसे देखने के लिए सभी वर्ग के लोगों की भीड़ लगी रही ।सुरक्षा व शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम को सम्पन्न कराने के दृष्टिकोण से क्षेत्र के चप्पे चप्पे पर पुलिस की पैनी नजर रही और पुलिस कर्मी मौजूद रहे। इस अवसर पर जयसिंहपुर कोतवाल प्रेमचंद सिंह, सेमरी चौकी इंचार्ज के सी यादव, हमराही दिवान अभिषेक सिंह,धीरज यादव, सन्दीप, अजय आजाद,रजनीश, आदि पुलिस के जवान मौजूद रहे । देर शाम तक जुलूस ताजिये के साथ कर्बला पहुंचा जहाँ ताजिये कब्र में दफन किये गए।
इस पर अकबर अली(दल्लू),टेनी, अतीक, पप्पू, बन्ने, गुड्डू,मुमताज, आजाद,आनश, अयान,भोला,सोहराब, इबरार खान,वसीम खान,साहबे आलम,बकरीदी, अकबर अली,शाहिद,सलमंसाहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे ।।