
- नोटिस जारी करते हुए दिया मूलभूत सुविधाओं को सही करने का दिया 03 दिन का मौका
- डीएसओ जीवेश मौर्य ने मूलभूत सुविधा के साथ ऑनलाइन पेमेंट व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश
- दस्तक भारत की खबर का बड़ा असर जब पब्लिक के बीच जाकर दिखाई हकीकत तो हरकत में आए पेट्रोल पंप संचालक
- पूर्व विधायक अनूप संडा के पेट्रोल पंप पर नागरिकों से होती थी मनमानी
सुल्तानपुर। शहर के लगभग सभी पेट्रोल पंप संचालक मार्केटिंग डिसिप्लिन गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा रहे हैं। आमजन को दी जाने वाली सुविधाओं के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। कहीं पानी की व्यवस्था नहीं है तो कहीं शौचालय पर ताला लटका है।मार्केटिंग डिसिप्लिन गाइडलाइंस के तहत पेट्रोल पंप मालिक आमजन को पानी, शौचालय, प्राथमिक चिकित्सा समेत विभिन्न सुविधाएं देने के लिए बाध्य होते हैं। ऐसा नहीं करने पर उनके विरुद्ध शिकायत की जा सकती है।दस्तक भारत न्यूज के एडीटर इन चीफ ने जब सुल्तानपुर शहर के बस स्टेशन इलाके में स्थित मेसर्स सेठ ब्रदर्स व महावीर प्रसाद सरजू प्रसाद पेट्रोल की हकीकत को लाइव दिखाया तो पहले पेट्रोल पंप संचालकों तानाशाही दिखाते हुए लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर दबाव बनाया।
डीएसओ जीवेश मौर्य ने लिया खबर का संज्ञान,दिया 03 दिन का अल्टीमेटम
दस्तक भारत न्यूज की खबर को संज्ञान लेते हुए जिला पूर्ति निरीक्षक जीवेश मौर्य ने तत्काल पूर्ति निरीक्षक के साथ शहर के मेसर्स सेठ ब्रदर्स,माँ सरला फिलिंग स्टेशन,महावीर प्रसाद सरजू प्रसाद का औचक निरीक्षण किया।

पूर्ति निरीक्षक ने पेट्रोल पंप पर व्याप्त खामियों पर तत्काल बिंदुवार नोटिस देते हुए 03 दिन के भीतर मूल भूत व्यवस्था को सही कराने का अल्टीमेटम दिया है।निरीक्षण के अवसर पर जिला पूर्ति अधिकारी जीवेश मौर्य के निर्देशन में पूर्ति निरीक्षक नन्हे सिंह व आशुतोष कुमार ने पेट्रोल पंप संचालकों को 03 दिन के भीतर सही कराने का अल्टीमेटम दिया है।
जिले के इस रिटेल आउटलेट पेट्रोल पंप नही है मूलभूत सुविधा
जब दस्तक भारत न्यूज ने पेट्रोल पंप पर पेयजल व्यवस्था,स्वच्छ शौचालय व्यवस्था,अग्निशमन यंत्र,मुफ्त हवा व्यवस्था के साथ ऑनलाइन पेमेंट होने की व्यवस्था को लेकर ख़बर की पड़ताल नागरिकों से किया तो जमकर नागरिकों ने दस्तक भारत न्यूज के कैमरे पर पेट्रोल पंप के संचालको के मनमानी की बात रखी।इतना ही नही शहर के मेसर्स सेठ ब्रदर्स पेट्रोल पंप माँ सरला फिलिंग स्टेशन,महावीर प्रसाद सरजू प्रसाद के संचालक ने मीडिया पर दबाव भी बनाने का काम किया।