Thursday, April 10, 2025
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डिजिटल चैनल व न्यूज से समाचार पत्र तक का सफर:- दस्तक भारत न्यूज को भारत सरकार ने दी RNI की मान्यता…..

भारत सरकार ने दी मान्यता
  • 4 वर्षों में दस्तक भारत न्यूज बना द्विभाषी समाचार पत्र.

प्रेस अधिनियम एक्ट 1867 के अनुसार आपका अपना दस्तक भारत न्यूज (Dastak Bharat News)द्विभाषी अखबार को भारत सरकार ने अनुमति दे दी है।जिसको लेकर दस्तक भारत परिवार से जुड़े दर्शकों में खुशी की लहर व्याप्त है।

दस्तक भारत” नाम ही सांकेतिक है। हमारे हर पत्रकार की दस्तक रहेगी भारत की चेतना पर,हमारी पत्रकारिता का उद्देश्य यथार्थ वाली खबर को आपके सामने रखना है। जिससे हजार बार बोले जाने वाला झूठ,कही सच ना बन जाए” ।

इसी उद्देश्य से दस्तक भारत न्यूज के एडिटर इन चीफ अनुराग द्विवेदी ने पत्रकारिता के 25 वर्ष अलग अलग समाचार पत्रों में निष्पक्ष निर्भीक निरंतर तरीके से काम करते रहे और पत्रकारिता के मूलभूत उद्देश्य को पूरा करने में अनावरत सेवा देते रहे।उन्होंने वर्ष 2019 में 28 जुलाई को यूट्यूब पर डिजिटल चैनल और फिर बाद में न्यूज वेब पोर्टल dastakbharatnews.com की शुरुआत किया।या यूं कहा जाय कि डिजिटलीकरण के आधुनिक मीडिया के तरफ एक कदम आगे बढ़ाया और विधानसभा चुनाव में बेबाकी से पत्रकारिता करते हुए चुनाव चर्चा करने के लिए हर गली हर गांव हर जिले तक दस्तक भारत को लेकर पहुंचे।फिर यही से शुरू हुआ दस्तक भारत न्यूज का असली सफर औऱ देखते-देखते दस्तक भारत की खबरें आम जनमानस की जरूरत बनने लगी।जिले के अधिकारी भी दस्तक भारत की खबरों को संज्ञान में लेने लगे।एक नही दो नही दर्जनों खबरों पर अधिकारियों ने भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सख्त से सख्त कार्यवाही भी किया।जिसके बाद से ही दस्तक भारत लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को मजबूत करता चला रहा है।

  • यहां से शुरू हुआ हमारे संपादक का पत्रकारिता का सफर

वर्ष 1997 में जब पत्रकारिता अपने कलम की ताकत के लिए जानी व पहचानी जाती तब हमारे सम्पादक ने कलम की बल पर जनता की आवाज बनने के लिए पत्रकारिता जगत में कदम रखा।तब के जमाने मे मोबाइल,सोशल मीडिया ईमेल का कोई नामो निशान नही था।उस समय कलम औऱ कागज का दौर था और फिर खबर लिखने के बाद पीसीओ से फोन पर खबर नोट कराया जाता था जो उस समय का पत्रकारिता का स्मार्ट तरीका माना जाता था।कुछ समय बाद फिर फैक्स का जमाना आया जिससे खबर भेजना कुछ हद तक आसान हो गया।हमारे संपादक ने सबसे अयोध्या जिले में क्षेत्रीय रिपोर्टर के रूप में यूनाइटेड भारत,जनमोर्चा, दैनिक जागरण में पत्रकारिता शुरू किया।जिसके बाद सुल्तानपुर जिले के बहुचर्चित ब्लॉक धनपतगंज से हिंदुस्तान अखबार में वर्ष 2010 तक काम किया।जिसके बाद 1 वर्ष अमेठी जिले में हिंदुस्तान अखबार में इंचार्ज के रूप में फिर दैनिक जागरण और हिंदुस्तान में विज्ञापन इंचार्ज के रूप में फिर कुछ समय पायनियर अखबार के साथ ही वर्ष 2015 से अभी तक जनसन्देश टाइम्स बतौर ब्यूरो प्रमुख सेवा दे रहे है।

  • इन्होंने दस्तक भारत इस मुकाम तक पहुचाने में दिन रात किया ए

हमारे संपादक अनुराग द्विवेदी के साथ ही वरिष्ठ पत्रकार पंकज पाण्डेय ने भी विधानसभा चुनाव में माइक के बल पर डंके की चोट पर निडरता के साथ खबरों की तह तक पहुंचे।इसी के साथ गाँव देहात के फाउंडर अंजनी तिवारी ने भी दस्तक भारत न्यूज का माइक पकड़ कर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को मजबूती प्रदान किया।यही नही महिला पत्रकार के रूप में एंकर किरण सिंह ने भी विशेष मुद्दो पर खबरों को प्रस्तुत किया।इसके बाद जिनके पास दस्तक भारत की चाभी रहती है उनका नाम है सर्वेश सिंह।इन्होंने दस्तक भारत को डिजिटल दुनिया मे सबसे आगे रखकर निरंतर दस्तक भारत को आगे ले जाने का काम कर रहे है।

स्वामी,प्रकाशक,मुद्रक सुशांत द्विवेदी ,दस्तकभारत न्यूज https://dastakbharatnews.com/

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