
दरियापुर तिराहे पर हुए विवाद में दोनो पक्षों ने दर्ज कराया केस।
मारपीट के दौरान पिस्टल दिखाने का दावा झूठा
सुल्तानपुर।जिले में पुलिसिया हनक कम होता दिख रहा हैं।नगर पुलिस की मौजूदगी में मार पीट व लूट की वारदात ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।विवाद में पुलिस ने क्रास एफआईआर दर्ज कर इतिश्री कर ली हैं।इस घटना से पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है।
कोतवाली नगर के दरियापुर तिराहे पर शुक्रवार की रात करीब नौ बजे व्यापारी शरद चंद अग्रवाल से मारपीट हो गई।गुहार पर सीनियर अधिवक्ता पिता राज कमल अग्रवाल व कई लोग पहुंच गए।जिसमे शरद चंद पिंटू को पिटता देख पिता बीच बचाव करने दौड़े तो उन्हे भी अंकुर तिवारी व अन्य हमलावरों ने पीटा।जाते जाते पिंटू के गले की सोने की चैन छीन ले गए।अधिवक्ता राज कमल का कहना है कि तहरीर में 394,504,506,आईपीसी दर्ज तो कर लिया।

इसके बाद दबाव बनाने के लिए क्रास एफआईआर दर्ज कर ली गई।जबकि फायर की बात तो दूर बेटा पिस्टल घटना के समय लिया ही नही था।सूचना भी सबसे पहले पुलिस को मेरे पक्ष से दी गई।घटना की रात से दूसरे दिन देर शाम तक चोट हिल बेटे को पुलिस बैठाए रही।आरोपी को सत्ता के दबाव में डॉक्टरी के बाद छोड़ दिया गया।फिलहाल घटना के बाद से अधिवक्ताओं व व्यापारियों में आक्रोश है।
भाजयुमो नेता ने भी दर्ज कराई रिपोर्ट
दरियापुर में हुई वारदात में भाजयुमो जिला मंत्री आदर्श उर्फ अंकुर तिवारी ने तहरीर देते हुए पिंटू अग्रवाल व राज कमल अग्रवाल को मारपीट,लूट,जानलेवा हमले का आरोपी बनाते हुए धारा394,307,504,506,34आईपीसी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।फिलहाल पुलिस घटना के समय मौजूद रहते हुए भी मुकदमा दर्ज कर लिया है।