
तहसील दिवस व मुख्यमंत्री समेत डीएम,कमिश्नर से हुई शिकायत।
नीलामी सूचना के पांच दिन बाद ही करा दी गई नीलामी,जबकि15 दिन का होना चाहिए था समय।
एक दुकान की सात राउंड तो दूसरी दुकान की 22राउंड कराई गई बोली।
सुल्तानपुर।नियम विरुद्ध तरीके से तहसील परिसर में संचालित दो दुकानों की नीलामी कराई गई है।पहली बार इस बोली में तहसीलदार भी नीलाम अधिकारी के साथ मौजूद रहे। फिलहाल सदर में आयोजित तहसील दिवस व मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई हैं। खैर इस अनियमित एवम विधि विरुद्ध नीलामी की तरह तरह की चर्चाएं आम है।


देखा जाय तो एक दैनिक अखबार में 29 जुलाई को जो प्रकाशन कराया गया। कानूनी तौर पर अवधि15 दिन के बजाय पांचवें दिन निर्धारित कर दी गई।प्रायोजित तरीके से दुकान नंबर एक की बोली कुल सात राउंड कराते हुए 91हजार रु में फाइनल हुई।तहसीलदार सदर हृदयरम तिवारी व नीलाम अधिकारी/नायब तहसीलदार दुर्गेश यादव ने कहा कि सात चक्र ही पर्याप्त है।वही दुकान नंबर दो की बोली 22 राउंड कराई गई।बीच- बीच में तहसीलदार बोली दाताओं को सर्वाधिक बोली के लिए प्रोत्साहित करते रहे।जब कि सात चक्र के बाद बोलीकर्ताओ में राम सिंह यादव,विजय सिंह,अंजनी तिवारी चंद्र मणि समेत शामिल लोगो ने आपत्ति जताई।इसके बावजूद तहसीलदार बोले की बोली का चक्र बढ़ाया जा सकता है।

फिलहाल 22राउंड में फाइनल बोली एक लाख रु. से ऊपर की हुई।ऐसे में सवाल ये है कि जब वही बोली दाता दोनो दुकानों की बोली में शामिल थे तो किस प्रभाव में आकर एक दुकान की बोली सात राउंड तो दूसरी दुकान की बोली 22 राउंड क्यों कराई गई।फिलहाल नियम विरुद्ध ,पक्षपात पूर्ण तरीके से आयोजित नीलामी की चर्चाएं आम है।