Wednesday, June 4, 2025
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सुल्तानपुर जिले में पुलिस इंस्पेक्टर की मनमानी:-कानून को हाथों में लेकर सार्वजनिक रास्ते में पर चलावा जेसीबी,आक्रोश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रतिदिन क्राइम कंट्रोल करने के लिए अल्टीमेटम दे रहे है। लेकिन उनके आदेश का असर यूपी के सुल्तानपुर जिले में नही है। जिले के संवेदनशील थाने धनपतगंज के इंस्पेक्टर साहब स्वयं कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए नवनिर्मित थाने के लिए सार्वजनिक मार्ग को कब्जा करने पर उतारू है। इतना नही है एसओ साहब ने ग्रामीणों के विरोध करने पर मुकदमा लिख जेल भेजने की धमकी भ दे डाली है।फिलहाल एसओ साहब के तानाशाही रैवये के खिलाफ दर्जनों ग्रामीणों ने लोकल पुलिस की शिकायत करते हुए जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया है।

पूरा मामला सुल्तानपुर जिले के धनपतगंज थाने से जुड़ा है।नवीन थाने का भवन अतरसुमा ग्राम पंचायत में निर्माणाधीन हैं।थाने की बिल्डिंग नीव पड़ने के बाद से ही कई गांवों के ग्रामीणों ने सार्वजनिक मार्ग को छोड़ कर निर्माण करने की मांग करते रहे है।इसके बावजूद कार्यदाई संस्था ने मार्ग के दोनो तरफ निर्माण कर रास्ते को अंदर में कर लिया है।अब गेट लगा कर डामर युक्त मार्ग को बंद करने के लिए रात में जेसीबी से उखाड़ दिया है।

नियम कानून के विपरीत काम कराने पर उतारू पुलिस इंस्पेक्टर पंडित त्रिपाठी

नियम कानून के विपरीत काम कराने के लिए धनपतगंज के थाने पुलिस इंस्पेक्टर पंडित त्रिपाठी खुद पुलिस बल के साथ कर रहे है।ऐसे में कुछ ग्रामीणों को धमकी देते हुए मुकदमा दर्ज करते हुए शांति भंग के अंदेशे में चालान भी कर दिया है।यही नही पहले से एसडीएम बल्दीराय विदुषी सिंह ने मार्ग न बंद करने का निर्देश दे चुकी है।यही नहीं रास्ता बन्द न हो इसके लिए सुल्तानपुर की अदालत में वाद भी विचाराधीन हैं।

शनिवार को जिला मुख्यालय पहुंचे ग्रामीणों में जय प्रकाश पाल,ऋषिदेव मिश्र एडवोकेट,रविंद्र कुमार,दिलीप कुमार,राज कुमार,रीता चौरसिया,शिव बहादुर वर्मा,पवन कुमार,अवनीश यादव,मोहित पांडेय,यशोमति,शकुंतला,रीना,कुसुम,कलावती,मीना आदि दर्जनों ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर ज्ञापन देते हुए आर पार की लड़ाई का ऐलान किया तो जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए।फिलहाल डीएम के निर्देश पर एसडीएम ने मौके पर नायब तहसीलदार को भेज कर निर्माण रोकवा दिया है।बताते चले कि मार्ग वर्ष 2011 में मंडी परिषद ने डामर युक्त बनाया था।इस सार्वजनिक रास्ते से नवीन थाने के उत्तरी छोर पर रहने वाले कई ग्रामीणों के साथ ही अतरसुमा,कोदैला, चमरूपुर, नरायन पुर, करमोली समेत बार्डर तक जाने का एक मात्र रास्ता हैं।जब ग्रामीणों के आक्रोश की खबरे सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी तो स्थानीय विधायक के करीबियों ने बताया कि मार्ग किसी कीमत पर बंद नही होगा।गौरतलब हो कि रास्ते के निर्माण में ग्रामीणों की आवाज दबाने व पुलिसिया सिस्टम का शिकार बनाने के लिए एसओ धनपतगंज पुलिस ने अपराध संख्या 110/24 निर्माण संस्था की तरफ से दर्ज कर लिया।इसके साथ ही कई ग्रामीणों के खिलाफ 107/116 शान्ति भंग की कारवाई भी कर चुकी है।

ऐसे में स्थानीय पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर है।वही थाने के इंस्पेक्टर पंडित त्रिपाठी मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि अभी तो बिल्डिंग निर्माणाधीन है कार्यदाई संस्था के कब्जे में है, हैंड ओवर भी नही है।फिलहाल देखना यह होगा कि तेजतर्रार डीएम कृत्तिका ज्योत्सना व एसपी सोमेन वर्मा सार्वजनिक रास्ते के मामले क्या एक्शन लेते है।अगर ग्रामीणों को न्याय न मिला तो मित्र पुलिस की कार्यशैली से भरोसा उठना लाजमी है।