
बदमाशों के धरपकड़ के लिए एसपी ने गठित की 06 टीम,खंगाले जा रहे cctv फुटेज
मिली जानकारी के अनुसार अम्बेडकर नगर के एक निवासी ने दिया घटना को अंजाम
सुलतानपुर।लोकसभा चुनाव के सरगर्मियों के बीच बदमाशों ने गोलियो से भून कर युवक को मौत के घाट उतार दिया।सनसनीखेज वारदात से जिले में दहशत का माहौल है। हाईकोर्ट से जमानत पर छूट कर आए बहुचर्चित डा. घनश्याम तिवारी हत्याकांड के आरोपी विजय नारायण सिंह की रविवार की रात शहर के दरियापुर तिराहे के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोली लगने से घायल उसका एक साथी गंभीर हालत में लखनऊ रेफर कर दिया गया है। प्रापर्टी डिलिंग के दौरान साथियों के साथ होटल में चल रही पार्टी के दौरान यह सनसनीखेज वारदात हुई है। पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा मेडिकल कॉलेज सुलतानपुर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। खुलासे के लिए तत्काल चार टीमें लगा दी गई है।
दरियापुर के पास स्थित पल्लवी होटल में कुछ प्रापर्टी डीलरों की पार्टी चल रही थी। रविवार की शाम करीब साढ़े आठ बजे आपस में बहसबाजी में उसी में एक ने विजय नारायण सिंह पर गोली दाग दी। साथ में रहे अनुज शर्मा ने इसका विरोध किया तो उसे भी गोली मार कर घायल कर दिया और वहां से भाग निकला। गोली की तड़तड़ाहट से पूरे इलाके में दहशत फैल गई। आनन फानन में दोनों को मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी लाया गया, जहां पर विजय नारायण को मृत घोषित कर दिया गया। अनुज को लखनऊ रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि विजय को दो तो अनुज को तीन गोली लगी है।

कौन थे मृतक विजय नारायण
शास्त्रीनगर मोहल्ले में बीते साल 23 सितंबर की शाम संविदा चिकित्सक घनश्याम तिवारी को आरोपियों ने पीटकर मरणासन्न कर ई-रिक्शे पर लादकर शास्त्री नगर उनके घर भेज दिया था। घायल चिकित्सक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई थी। इस मामले में चिकित्सक की पत्नी की तहरीर पर भाजयुमो जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह के चचेरे भाई अजय नारायण सिंह अज्ञात के विरूद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने अगले दिन अजय के पिता जगदीश नारायण सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सातवें दिन अजय के सगे भाई विजय नारायण सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद नौ अक्टूबर को अजय नारायण और उसके ड्राइवर ने पुलिस चौकी में सरेंडर किया था। विजय नारायण ंिसंह के वकील रणजीत सिंह त्रिसुंडी ने बताया कि हाईकोर्ट से जमानत के बाद 14 मार्च 2024 को जेल से विजय बाहर आया था। मृतक विजय नारायण की पृष्टिभूमि भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी है