
अमन हॉस्पिटल में मरीज को भेजे जाने की मिली है चिकित्सक की शिकायत,जांच कर होगी कार्यवाही – सलिल
चिकित्सक पर है बिचौलिए को भेजकर प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराने का आरोप।
प्राइवेट अस्पताल के स्टाफ ने कहा दर्द खत्म करने के लिए निकालना होगा बच्चेदानी,भड़क गया तीमारदार।

सुल्तानपुर।अभी दो दिन पहले हनुमंत हॉस्पिटल में पीड़िता के इलाज में लापरवाही पर जान चली गई थी।जिसमें कई दिन बाद संचालक समेत चार चिकित्सकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।इसके बाद भी सरकारी चिकित्सक प्राइवेट हॉस्पिटल में भेजने से बाज नहीं आ रहे है।
मामला जयसिंहपुर थाना क्षेत्र के परसा गांव निवासी राजमणि दुबे अपनी पत्नी कांती को स्वशासी मेडिकल कालेज में 26मई को डॉ रमेश चंद्र को दिखाए तो उन्होंने जांचे कराने को कहा।27 मई को ब्लड,ईसीजी व अन्य जांच रिपोर्ट लेकर दिखाने पहुंचा तो डॉ नदीम खान मौजूद थे,उन्होंने देखते ही कहा कि यहां बेहतर इलाज सम्भव नहीं है।इसे अमन हॉस्पिटल में ले जाइए।कक्ष में मौजूद बिचौलिए से डॉक्टर ने कहा कि पहुंचा दो। मेडिकल कालेज की जांच को दरकिनार कर डाक्टर सुहेल अहमद ने प्राइवेट जांचे फिर से कराई, भर्ती कर पेट में दर्द की वजह बताते हुए पीड़िता कांति की बच्चेदानी निकालने की बात पर तीमारदार पति राजमणि भड़क गया,और कहा मुझे यहां इलाज नहीं कराना है।

भाजपा नेता धर्मेंद्र सिंह मामले में दिखाई तत्परता, नही तो।जा सकती थी एक और जान
जैसे ही मामले की जानकारी भाजपा नेता धर्मेंद्र सिंह को लगी वह अमन हॉस्पिटल पहुंचे और लाकर मेडिकल कालेज में भर्ती कराए।वही पीड़िता का आधार कार्ड व आयुष्मान कार्ड वापस नहीं कर रहे,अलग से बिना कोई इलाज किए ही दो हजार रु की मांग कर रहे है।पीड़ित राजमणि दुबे ने अस्पताल व दोनों डाक्टर की शिकायत प्राचार्य,सीएमएस के साथ ही डीएम,सीएमओ व डिप्टी सीएम,मुख्यमंत्री से आनलाइन पोर्टल व रजिस्टर्ड डाक से की हैं।वही भाजपा नेता धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि योगी सरकार में स्वास्थ सेवाएं बेहतर है निःशुल्क इलाज व जांच हो रही है।इसके विपरीत कुछ सरकारी चिकित्सक व कर्मी सरकार की छवि को धूमिल कर रहे है।अवैध कमाई के चक्कर में प्राइवेट अस्पताल जाने की सलाह देते हैं।फिलहाल मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ सलिल श्रीवास्तव का कहना है कि शिकायत मिली है जांच टीम गठित कर जांच कराते हुए कार्यवाही की जाएगी।