
- नाबालिग बहन व विधवा मां को जेल,मासूमों के साथ विपक्षी कर रहे खेल
- आबादी की भूमि पर हो रहा निर्माण,डीएम ने दिलाया न्याय का भरोसा।
सुलतानपुर।नाबालिग बहन और विधवा मां के जेल जाने के बाद तीन मासूम भाई-बहन दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं। उधर रणनीति में सफल विपक्षी मासूमों को घर से बेघर करने में जुटे हुए हैं। मौके का फायदा उठाते हुए दबंगो ने स्थानीय सिस्टम को हमवारकर कर पीड़ित परिवार के सेहनवाली आबादी की जमीन को बैनामे की भूमि बताकर निर्माण शुरू कराया तो तोनों मासूम डीएम के दरबार पहुंच गये। जहां उन्होंने बच्चों को न्याय का भरोसा दिलाया है।
पूरा मामला बल्दीराय तहसील क्षेत्र के पाराबाजार से सटे अलियाबाद गांव से जुड़ा है। जहां की रहने वाली हसबुलनिशा अपनी तीन नाबालिग बेटियों और मासूम बेटे के साथ पुस्तैनी आबादी की जमीन पर बने एक कमरे के टूटे भवन में रहती हैं। इनके पति की पहले ही मौत हो चुकी है। बीते 20 जुलाई को अनुपालन दिवस की आड़ में हल्का लेखपाल,कानूनगो पुलिस बल के साथ मकान के अगले हिस्से पर लगे टीन शेड को जेसीबी लेकर ढहाने पहुंच गये। जबकि दबंग जबरन कब्जा न कर ले व विवाद से बचने के लिए सिविल न्यायालय में आबादी की जमीन का मुकदमा लंबित है।लेकिन पुलिस और प्रशासन मेहरबान हो तो न्यायालय की अनुमति की जरूरत नहीं।

अवैध कब्जा कराने में जुटी बल्दीराय पुलिस
आरोप है कि इसी दौरान हसीबुल निशा व उनकी नाबालिग बेटी ने चौकी इंचार्ज पर ज्वलनशील पदार्थ फेंक दिया।जिसके बाद पुलिस ने विधवा मां और नाबालिग बेटी पर जानलेवा हमला, एससी/एसटी समेत अन्य गंभीर धाराओं में रपट दर्जकर जेल भेज दिया। इस घटना के बाद आरोप है कि विपक्षी तीनों मासूमों को घर से डरा-धमकाकर भगा दिया और मनमाने तरीके से निर्माण शुरू करा दिया।स्थानीय पुलिस से न्याय न मिलने पर मासूम भाई-बहन मंगलवार को डीएम जसजीत कौर के दरबार पहुंचे यहां बिलखते हुए न्याय की गुहार लगाई। जिसके बाद डीएम ने न्याय का भरोसा दिलाते हुए अन्य सरकारी सुविधा दिलाने का आश्वासन दिया। वहीं कलेक्ट्रेट में बच्चों से मिलीं एसडीएम बल्दीराय विदुषी सिंह ने उनका हक हरहाल में दिलाने का आश्वासन दिया।इसके साथ ही यह भी कहा कि विपक्षी को भी बैनामे से अधिक जमीन पर कब्जा नही करने दिया जायेगा।हकीकत क्या है इसकी आख्या लेखपाल व कानूनगो से तलब करने का आदेश दिया है।