
- भ्रष्टाचार के इल्जाम पर महिला बीएसए का गुस्सा सातवें आसमान पर, स्टाफ से शिकायतकर्ता की कराई फजीहत
- –उल्टे शिकायत कर्ता पर मुकदमा दर्ज कराने की दी तहरीर।
सुल्तानपुर। महिला जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व शिकायतकर्ता के मध्य बुधवार को जमकर नोक-झोंक हुई।दफ्तर में शिकायत कर्ता के साथ दुर्व्यवहार करते हुए बेसिक कर्मियो से बेज्जत किया।फिर देर शाम बीएसए ने तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया है।
मामला शहर स्थित लाला का पुरवा में संचालित नेशलन गर्ल्स जूनियर हाईस्कूल से जुड़ा है। जहां कि प्रधानाध्यापिका तसनीम फातिमा की नियुक्ति फर्जी अभिलेखों के आधार पर हुई है, ऐसा शिकायतकर्ता सुरेंद्र सिंह का आरोप है। जिसे बीएसए बचाने में जुटी हैं। शिकायतकर्ता पर दबाव बनाने के लिए बीएसए ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
- वेतन रोकने के आदेश को बीएसए ने मोटी रकम लेकर दबाया
शिकायतकर्ता सुरेश प्रताप सिंह का आरोप है कि प्रिंसिपल तसनीम फातिमा ने वर्ष 2015 में नियुक्ति के समय जो प्रमाण पत्र प्रस्तुत किये वो सेवा नियमावली के अनुरूप नहीं थे। बावजूद इसके प्रबंधक मोहम्मद शमीम ने सांठ-गांठ कर नियुक्ति कर डाला। प्रिंसिपल को हर महीने वेतन मिलने लगा। हमने बेसिक शिक्षा निदेशक के यहां पूरे मामले की लिखित शिकायत कर दी। शासन ने डीएम को प्रिंसिपल के खिलाफ जांच के आदेश दिये। जिस पर उन्होंने मुख्य राजस्व अधिकारी को जांच सौंपा। जांच हुई तो लगे आरोप सत्य पाये गये। इस पर डीएम ने बीएसए को स्कूल प्रबंधक व प्रिंसिपल के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिये। जिसे बीएसए ने ठंडे बस्ते में डाल दिया।
वही बेसिक शिक्षा निदेशक ने वेतन वसूली और विधिक कार्रवाई के आदेश भी दिये। जिसे जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने अमल में नहीं लिया।शिकायत कर्ता ने प्रधानाध्यापिका तसनीम फातिमा पर कार्यवाही से परहेज पर सवाल किया तो वो भड़क गई।फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे डाली।इसके बाद दोनों पक्ष कोतवाली नगर पहुंचे।जहां कोतवाल राम आशीष उपाध्याय ने दोनों पक्षों को समझा बुझा कर मामला शांत करवाया। तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।फिलहाल मनबढ़ बीएसए की कार्यशैली से महकमे की छवि धूमिल हुई है।जिस जनपद में तैनात रही है इनका विवादो से पुराना नाता रहा हैं।अभी कुछ दिन पहले एक शिक्षक को छात्रा से अश्लीलता करने की पुष्टि होने के बाद भी मोटी रकम लेकर बहाल कर दी थी।