
क्या है मामला संक्षेप में.
- कलयुगी गुरु पर लगे अश्लील हरकत की विभागीय पुष्टि होने के बाद भी बेसिक महकमे ने किया बड़ा खेल
- संलिप्त शिक्षक को कर दिया बहाल,चर्चाएं आम
- 15 माह तक बचाव करता रहा बेसिक महकमा, दर्ज हुआ मुकदमा,फरार हुए गुरुजी।
- अश्लील हरकत करने वाले टीचर पर पुलिस की जांच जारी,इधर बीएसए साहिबा ने दिया क्लीन चिट
चांदा,सुल्तानपुर।जिले के एक प्राइमरी स्कूल के शिक्षक पर 15 माह बाद पाक्सो एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया है। क्लास रूम में गुरू-शिष्य के रिश्ते को कलंकित करते हुये कक्षा चार की एक छात्रा से छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें की थी।अधिकारियों के पैनल द्वारा जांच में आरोप की पुष्टि हुई। मुकदमा दर्ज होने के बाद शिक्षक समाज शर्मसार हुआ है।बीएसए ने शासन को पत्र लिख बर्खास्ती की संस्तुति की गई थी।इसके बावजूद बहाल कर देने की चर्चाएं आम है।
- 500 रुपये की नोट देकर करता था अश्लील हरकत
जिले के पीपी कमैचा ब्लॉक के एक प्राइमरी स्कूल से जुड़ा है। पीपी कमैचा ब्लॉक अंतर्गत सरकारी स्कूल में तैनात सहायक अध्यापक दिवाकर सिंह (Diwakar singh teacher sultanpur ) पर छेड़छाड़ व पाक्सो एक्ट में चांदा थाने में एफआईआर दर्ज हुई है। कक्षा चार की छात्रा का आरोप है कि दिवाकर स्कूल में उसके साथ छेड़छाड़ करता था,पांच सौ रुपए की नोट का लालच देते हुए संवेदनशील अंगों के छूता था। इससे तंग आकर छात्रा ने स्कूल आना बंद कर दिया। घर वालों को पता चला तो बात शिक्षा विभाग के अधिकारियों तक पहुंची। तत्कालीन एबीएसए पीपी कमैचा विपुल उपाध्याय ने जांच कर जांचकर 22 अक्टूबर 2021 को बीएसए को रिपोर्ट भेजी। छात्रा द्वारा लगाये गये आरोप सत्य पाये गये। एबीएसए ने छात्रा के बयान का वीडियो रिकॉर्ड कराया था। इसे संज्ञान लेकर तत्कालीन बीएसए ने तत्काल प्रभाव से शिक्षक को निलंबित कर दिया था।

- अधिकारियों के पैनल की जांच आख्या में हुई है अश्लील हरकत की पुष्टि
एबीएसए सुलतानपुर और एबीएसए बल्दीराय की संयुक्त जांच टीम बनाकर साक्ष्य के साथ आख्या मांगा।29 जून 2022 को अधिकारियों के पैनल की जांच आख्या में पूर्व के आरोप की पुष्टि हुई। शिक्षक को कर्मचारी आचरण नियमावली के विरुद्ध पाया गया।आरोपी शिक्षक ने शिकायत नहीं करने के लिये दबाव भी बनाया था।वर्तमान मे बीएसए दीपिका चतुर्वेदी (BSA Deepika Chaturvedi)ने शिक्षक दिवाकर की सेवा समाप्त के लिये पत्रांक4324-27/2022-23 के माध्यम से एक पत्र शासन को 6 जुलाई 2022 को लिखा।इसके बाद स्वयं ही सांठ-गांठ कर आरोपों से घिरे शिक्षक को मोटी रकम लेकर बहाल कर दिया। जिसको लेकर चर्चाओ का बाजार गर्म है।
- सोशल मीडिया पर वायरल होते ही दर्ज हुई एफआईआर-
जब सोशल मीडिया पर मामला सामने आया तो डीएम-एसपी ने संज्ञान लिया। वही बीएसए समेत पूरे महकमे पर लीपापोती करने, बर्खास्ती की संस्तुति होने के बाद भी बहाल पर पानी फिर गया।लगे गंभीर आरोप में 30 जनवरी को पीड़िता के परिवार वालों की तहरीर पर चांदा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।चांदा के एसओ कैलाश चंद्र ने बताया कि अश्लील हरकत करने वाले शिक्षक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।जांच व आरोपी की तलाश की जा रही है।