Thursday, July 31, 2025
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सुल्तानपुर के स्वास्तिक मेडिकल एजेंसी पर बिक रहा था नकली डॉक्टर ब्रांड फिनायल:-पुलिस की मदद से कंपनी ने मारा छापा,केस दर्ज..

  • कंपनी और पुलिस की टीम ने बरामद किया नकली फिनायल,केस दर्ज
  • स्वास्तिक मेडिकल एजेंसी डाकखाना पर छापेमारी में मिला डेढ़ दर्जन नकली फिनायल।

सुल्तानपुर।पुलिस व कंपनी की संयुक्त छापेमारी में नकली डॉक्टर ब्रांड फिनायल बेंचते एक मेडिकल एजेंसी पर बरामद किया गया है।यह सनसनीखेज खुलासा टीम ने किया है। अधिकृत डीलर ही ब्रांड के नकली उत्पाद बेचते हुए रंगे हाथ पकड़े गए हैं।पुलिस ने कंपनी के एमडी की तहरीर पर मेडिकल एजेंसी के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी हैं।

मामला शहर के पॉश इलाके डाकघर चौराहे पर स्थित स्वास्तिक मेडिकल एजेंसी से जुड़ा है।इसके डीलर के पास नकली डॉक्टर ब्रांड फिनायल (Dr Finayal Brand) पुलिस की मदद से कंपनी ने 18 बोतलें बरामद किया है। ब्रांडेड कंपनी के नकली उत्पाद बनाकर जिले में बड़े पैमाने पर नकली ब्रांड के फर्जी रैपर बनाकर घटिया उत्पाद बेचने की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर कंपनी और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की है। विक्रांत केमिको कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर गजेंद्र सिंह व पुलिस टीम डाकखाना स्थित स्वास्तिक मेडिकल एजेंसी पर देर शाम छापेमारी की गई।

छापेमारी के दौरान व्यापारियों में हड़कंप मच गया और मौके पर कारोबारियों का मजमा लग गया। नगर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और पूरे मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। जहां से कंपनी का फर्जी लोगो व रैपर लगा नकली फिनायल बरामद हुआ।स्वास्तिक एजेंसी के मालिक परमज्योति पांडेय के खिलाफ 102,103 फर्जी ट्रेड मार्क यूज करने,कई नकली फिनायल बरामद करने के आरोप में मुकदमा कोतवाली नगर में पुलिस ने दर्ज कर लिया है।

  • डॉक्टर ब्रांड फिनायल कंपनी एमडी बोले फर्जी लोगो लगा कर बिक रहा फिनायल

एमडी गजेंद्र सिंह के ने बताया कि विक्रांत कैमिको इंडस्ट्रीज की तरफ से डॉक्टर ब्रांड नाम से फिनायल बनाया जाता है। फर्जी लोगो और रैपर लगाकर इसका काला कारोबार सुल्तानपुर में चल रहा था। रिटेलर दुकानों पर इस डीलर के यहां से फिनायल जाता था। कंपनी की डीलरशिप रद्द करने की कार्रवाई भी रिपोर्ट के आधार पर सुनिश्चित कराई जाएगी। इसी कड़ी में पुलिस ने और भी नकली उत्पाद से जुड़े लोगों पर निगाह रखना शुरू कर दिया है। वही नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय बोले,साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारी की जायेगी।नकली ब्रांड बेचने के मामले में तह तक जाने का प्रयास पुलिस कर रही है।

  • ड्रग व फूड के अफसरों को नही दिखती कालाबाजारी

जिले में औपचारिकता भर ड्रग व खाद्य औषधि के जिम्मेदार चेकिंग करने निकलते हैं।बहाना रहता है कि कई जिलों में जिम्मेदारी हैं।जिसका नतीजा है चाहे मेडिकल स्टोर हो या खाद्य पदार्थ की दुकानें।सभी जगहों पर मिलावट खोरों की चांदी हैं। इसके पीछे यह भी है कि चाहे ड्रग इंस्पेक्टर हो या खाद्य एवम औषधि प्रशासन के जिम्मेदार कई वर्षो से इसी जिले में जमे हैं।कागजी खानापूर्ति के लिए दुकानदारों को अवगत कराते हुए चेकिंग कर मीडिया की सुर्खियां बन इतिश्री कर लेते है।फिर वही कालाबाजारी शुरू हो जाती है।तहसीलवार,कस्बे व ब्लाकवार अस्थाई कर्मी भेज अवैध वसूली की जाती है।बानगी के तौर पर व्यस्ततम इलाके मे बिक रही नकली फिनायल की बरामदगी पोल खोलने के लिए काफी है।यह गोरखधंधा न तो ड्रग महकमे व न ही खाद्य औषधि को दिखा।इस कालाबाजारी धड़ पकड़ दिल्ली की दवा कंपनी व लोकल पुलिस ने किया है।