Friday, April 18, 2025
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सुल्तानपुर की खाकी का एक और कारनामा:-02 बच्चों के पिता ने शादी का झांसा देकर युवती को बनाया गर्भवती….

  • एसपी साहब जिले के हर थाने पर लंबे समय से जमे है थानेदार, अगर नही हटायेगे तो ऐसा चलता रहेगा खेल..
  • सुल्तानपुर में दो बच्चों के पिता ने शादी का झांसा देकर युवती को बनाया गर्भवती,
  • मुलजिमों की हमराह खाकी ने कराया थाने में समझौता, न्याय से निराश युवती ने किया आत्मदाह..
  • अभी एक जिले के एसपी ने ऐसे ही मामले में पुलिस वायरलेस सेट पर किया था सस्पेंड

सुल्तानपुर।योगी सरकार में पुलिस मनमानी करने से बाज नहीं आ रही है। ऐसा ही एक मामला यूपी के सुल्तानपुर जिले से है जहां पर शादी का झांसा देकर 2 बच्चों के पिता ने लंबे समय तक युवती का यौन शोषण करता रहा। दबंग मुलजिम की मदद में सुल्तानपुर की पुलिस खड़ी है। पीड़िता का मुकदमा दर्ज करने की बजाय थाने में समझौता करा दिया । न्याय से निराश और हताश युवती ने आत्मदाह कर लिया है। सुल्तानपुर मेडिकल कॉलेज से उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया है।हद तो तब हो जाती है इस गंभीर मामले में एसपी,एएसपी या सीओ तक के अफसर का कोई बयान सामने नहीं आया है।

  • यौन शोषण जैसे गंभीर मामले एसओ गोसाईगंज ने कराया जबरन समझौता

पूरा मामला सुल्तानपुर जिले के गोसाईगंज थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है।सोमवार की भोर में आत्म दाह पीड़िता ने तब कर लिया।जब उसे लोकल थाने से उम्मीद टूट गई। बताया जा रहा है कि दो बच्चों के पिता ने युवती को पहले प्रेम जाल में फंसाया और इसके बाद उसका लंबे समय तक यौन शोषण किया। जब भी युवती शादी की बात करती तब वह इंतजार करने का आश्वासन देता रहा और लगातार यौन शोषण का युवती शिकार होती रही। पूरे मामले में हद पार होने के बाद युवती आक्रामक हो गई। 2 माह की गर्भवती होने पर वह शादी के लिए जिद करने लगी और दो बच्चों के पिता प्रेमी से झगड़ने लगी। गोसाईगंज के मनबढ़ एसओ राघवेंद्र रावत मामले में कार्रवाई के बजाय समझौता करवा डाले। लड़की से समझौता पत्र पर हस्ताक्षर के बाद उसे वापस लौटा दिया।

  • न्याय मिलने से हताश और निराश युवती ने किया आत्मदाह का प्रयास

न्याय मिलने से हताश और निराश युवती ने रात के अंधेरे में आत्मदाह कर लिया है। उसे सुल्तानपुर के राजकीय स्ववित्तपोषित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां थोड़ी देर उपचार के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए और इसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए लखनऊ चिकित्सा विश्वविद्यालय के लिए रेफर कर दिया है। गोसाईगंज थाने की पुलिस के कारनामे की चर्चा पूरे जिले में चल रही है। मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तारी के बजाय समझौता कराने वाली पुलिस के खिलाफ जांच भी शुरू हो गई है।फिलहाल इस पूरे गंभीर मामले में जिले के एक भी पुलिस अफसर बयान देने के बजाय मौन हैं।इसी बात से अंदाजा लगा सकते है कि जिले की पुलिस कितना संजीदा हैं। खैर अब देखना यह होगा कि जिले के पुलिस मुखिया इस एसओ के खिलाफ कोई एक्शन लेते है या इस घटिया गुड वर्क पर पीठ थपथपाते हैं।