Saturday, April 19, 2025
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सुल्तानपुर नगर पालिका के वार्ड विवेकनगर में भाजपा की हार बनी चर्चा का विषय,BJP के खराब प्रबंधन से Congress ने जीत लिया चुनाव..

  • अपना बूथ भी नही बचा सके भाजपा के दिग्गज
  • हाल विवेकनगर के मतदेय स्थल संख्या 21 का, जहां सभासद कॉंग्रेस तो अध्यक्ष भाजपा का चुना गया

सुल्तानपुर। नगरपालिका वार्ड प्रत्याशियों के टिकट वितरण में धांधली के आरोप से मुंह छिपा रहे भाजपा के दिग्गजों को परिणाम आने के बाद और भी शर्मसार होना पड़ रहा है।क्योंकि बहुत पहले से वार्ड में पार्टी की ओर से जिम्मेदारी पाने के बाद चुनावी प्रबंधन के अगुवा बने रहे कई दिग्गज औंधे मुंह गिरे है। बड़े बड़े दावे के बाद भी वे अपने बूथ के मतदाताओं द्वारा नकार दिये गए जो पार्टी प्रत्याशी की हार का कारण बन गया है।

सबसे दिलचस्प मामला विवेकनगर वार्ड का है जहां के चार बूथ पर मतदान हुआ था जिनमे तीन पर तो बीजेपी कंडीडेट को सबसे ज्यादा मत मिले । लेकिन बूथ नम्बर 21 के वोट गिने गए तो न केवल कमल के फूल पर वोट देने वाले कम निकले बल्कि कॉंग्रेस प्रत्याशी संजय कप्तान को इतना मत मिला जो उनकी जीत और भाजपा की हार का कारण बन गया। गौर करने वाली बात ये है कि ये बीजेपी का गढ़ माना जाता है और इसी वार्ड में मुख्यमंत्री योगी जी की चुनावी सभा भी कराई गई थी। इसी बूथ पर वार्ड पालक इंद्रदेव मिश्र व उनके कई रिश्तेदारों ने, पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष व पालिका के नामित सदस्य विन्नू उर्फ विनोद पांडे व उनके परिजन तथा बूथ अध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव व उनके परिवार वालो ने वोट डाले थे। लेकिन इन दिग्गज के वोट और सपोर्ट कहा गया ये विचार सब को कौंध रहा है।

यह भी उल्लेखनीय है कि जहाँ मतदाताओं ने कॉंग्रेस अध्यक्ष को मात्र 80 वोट दिया वही इसी बूथ पर अध्यक्ष के लिए बीजेपी के प्रवीण अग्रवाल को253 वोट मिले हैं। इसी वार्ड में अखिल भारतीय कयस्थ महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष व सहकार भारती के जिलाध्यक्ष तथा शक्ति केंद्र के प्रभारी शिवमूर्ति पांडेय भी पार्टी प्रत्याशी को जिताने में जुटे थे। तो क्या वोट देते समय मतदाताओं की आस्था बदल गयी या चुनावी प्रबंधन में जुटे दिग्गजों की नाकामी आड़े आ गयी है या कुछ और खेल हुआ इसी पर मंथन करना होगा।