
सुलतानपुर विधानभा के दर्जनो नुक्कड सभाओ में दहाड़ कर उदराज ने सब को चौंकाया
विपक्ष के बनाए “चक्रव्यूह” में फंसेंगी मेनका गांधी? इंडी गठबंधन और बसपा की इस चाल से बढ़ी चुनौती
Lok Sabha Election 2024: सुलतानपुर लोकसभा सीट से 02 बार विजेता और पिछली बार रनर रहने वाली बसपा ने इस बार भी मुकाबला दिलचस्प बना दिया है।
मेनका गांधी बड़े कद की नेता हैं लेकिन सपा-बसपा के गणित ने सुल्तानपुर की लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया है. सपा ने इस सीट से भीम निषाद को टिकट दिया था. पार्टी ने भीम का टिकट काटकर रामभुआल निषाद पर दांव लगा दिया. रामभुआल की गिनती बड़े निषाद नेताओं में होती है. वह बसपा से दो बार विधायक और मायावती की सरकार में मंत्री रहे हैं. वहीं, बसपा ने सवर्ण उम्मीदवार के ट्रेंड को दरकिनार कर कुर्मी बिरादरी से आने वाले जिला पंचायत सदस्य उदराज वर्मा को प्रत्याशी बनाया है।
बसपा प्रत्याशी उदराज वर्मा ऊर्फ पंकज भी पूरे दम खम के साथ मैदान मे कमर कस चुके है, रविवार को सुलतानपुर विधानसभा क्षेत्र मे सैकड़ो कार्यकर्ताओ व गाडियो के साथ रोड शो कर नुक्कड सभाओ मे शरीक हुए उदराज वर्मा ने कहा मुझे अपनी तुलना किसी प्रत्याशी से नही करना, जिले की जनता का आशीर्वाद प्राप्त हो रहा चुनाव जीता जाएगा, मै सुल्तानपुर का बेटा हू हर सुख दुख मे हमेशा आप के साथ रहूगा, कोई बाहरी नही आएगा।

विपक्षी उड़ा रहे हैं अफवाह, जनता देगी करारा जवाब – उदराज वर्मा
सुलतानपुर। इस समय लोकसभा चुनाव पूरे चरम पर आ कर हिलोरे मार रहा है, चिलचिलाती धूप मे भी प्रत्याशी क्षेत्र में नुक्कड सभाओ को आयोजित कर अपने अपनी उपलब्धिया गिना रहे है, हर प्रत्याशी अपनी दावे और वादे कर रही तो वही दूसरी तरफ *
उन्होंने ने कहा कि जनता की मूलभूत समस्या और विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जा रहा हूं।उदराज वर्मा ने बसपा प्रमुख मायावती को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने सुलतानपुर की एक ऐसे युवा को चुना है जो यहां की निवासी हैं और सामाजिक कार्य करता है, उन्होंने कहा कि वह अपने आप में ही एक बड़ा मुद्दा है, जिले की जनता पढ़ी लिखी और कान्तिकारी धरती है, लंबे समय बाद इस हाट सीट पर एक युवा को चुनावी मैदान में उतारा गया है,जिले की जनता बहुत समझदार है, वे इस फैसले व विश्वास पर खरी उतरेगे उदराज ने कहा कि वह एक सोशल वर्कर हैं, उन्होंने उस समय काम किया है जब कोरोना काल में कोई बाहर नहीं निकलता था तब वह लोगों के बीच काम करते थे।