
इनकाउंटर की किरकिरी देख इस बार केवल हुई अरेस्टिंग
सर्राफा व्यापारी भरत सोनी ने कहा सोना हमारा ही है
सुल्तानपुर।ज्वेलरी शॉप में हुई करोड़ो की डकैती
मामले में चार और आरोपियों को असलहे व सोने की जेवरात के साथ गिरफ्तार किया गया है।यह खुलासा मास्टर माइंड विपिन सिंह की रिमांड के बाद उनकी निशा देही पर की गई है।
इन बदमाशो को अयोध्या जिले की एसओजी टीम और सुल्तानपुर कोतवाली नगर टीम ने बदमाशों को गिरफ्तार कर सवा दो किलो सोना बरामद किया है। वहीं मंगेश एनकाउंटर पर मानवाधिकार ने डीएम से रिपोर्ट मांगी है।पुलिस टीम ने वारदात के मास्टरमांइड विपिन सिंह की निशानदेही पर उसके भाई विवेक सिंह, अरविंद यादव, दुरगेश सिंह और विनय शुक्ल को सुल्तानपुर में दुबेपुर मोड़ से गिरफ्तार किया। चारों आरोपियों पर एक-एक लाख रुपए का इनाम था।



एसपी सोमेन वर्मां ने बताया- पुलिस को सूचना मिली की बोलेरो में सवार चार लोग दुबेपुर की ओर जा रहे हैं। इस पर पुलिस ने चेकिंग अभियान शुरू किया। दोपहर 2:37 बजे पुलिस को दुबेपुर मोड़ के पास एक बोलेरो आती दिखी। पुलिस ने उसमें सवार लोगों से पूछताछ की तो सभी सर्राफा लूटकांड के आरोपी निकले,आरोपियों ने लूट की वारदात स्वीकार कर ली।हम लोग लूट के बाद अपना हिस्सा लेकर शहर से भागने की फिराक में थे।
सुल्तानपुर के इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्री लिमिटेड (ITI) के कमरा नंबर 404 में डकैती की साजिश रची गईं थी। मास्टर माइंड विपिन सिंह ने अपने साथियों के साथ इसी कमरे में रुककर लगभग एक महीने तक रैकी की और वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद विपिन अपने साथियों के साथ यहीं पर सोने-चांदी का बंटवारा किया फिर सभी बदमाश अलग-अलग होकर फरार हो गए।आईटीआई फैक्ट्री बदहाली के दौर से गुजर रही है। यहां पर कम ही अधिकारी व कर्मचारी रहते हैं, आईटीआई के रिटायर्ड अधिकारियों व अन्य अधिकारियों को किराए पर यहां कमरा आसानी से मिल जाता है।जिन लोगों को कमरा मिलता है वह पैसा कमाने के चक्कर में दूसरे लोगों को कमरा दे देते हैं। विपिन सिंह और उसकी गैंग के सदस्य जिस कमरे में ठहरे थे, वह कमरा किसी आरडी सिंह नाम के व्यक्ति के नाम पर एलॉट है। यहां पर सुरक्षा भी रहती है। सवाल उठता है कि एक माह तक अपराधी यहां ठहरे रहे और उसका इनपुट स्थानीय पुलिस को नहीं मिला।
सर्राफा व्यापारी भरत सोनी ने कहा सोना हमारा ही है
सर्राफा व्यापारी भरत सोनी ने कहा- बरामद माल मेरा ही है। सारा माल बरामद हो गया है, लेकिन गणना करने पर ही असल में पता चलेगा। हमें संतुष्टि है। पुलिस का सहयोग रहा है। पुलिस की कार्यशैली से हम खुश हैं। सीएम साहब ने भी मामले का संज्ञान लिया। हमने तो सपने भी नहीं सोचा था कि मेरा माल मिलेगा, लेकिन, एसपी साहब और पुलिस जिस तरह रही, उसके लिए हम आभारी हैं।वहीं इससे पहले लूट के मास्टरमाइड अमेठी के बदमाश विपिन सिंह ने घटना के अगले दिन रायबरेली कोर्ट में सरेंडर किया था।इसके बाद कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम ने दो सितंबर को पुष्पेद्र सिंह, सचिन सिंह और त्रिभुवन को हॉफ एनकाउंटर में पकड़ा था।आरोपियों के पास से पंद्रह किलो चांदी और 48 हजार रुपए बरामद हुए थे। वहीं पांच सितंबर को कोतवाली देहात के मिश्रपुर पुरैना के पास यूपी एसटीएफ ने एक लाख के इनामी जौनपुर के बदमाश मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया था। मामले में अब तक 8 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं आरोपी एनकाउंटर में मारा जा चुका है।
मंगेश एनकाउंटर मामले से मानवाधिकार आयोग ने डीएम से मांगी रिपोर्ट
मंगेश एनकाउंटर मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सख्त रुख अपनाते हुए डीएम से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने 27 सितंबर तक जांच रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए हैं।आयोग की सुनवाई 30 सितंबर को होगी। यह कार्रवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता डॉ. गजेंद्र सिंह यादव की शिकायत पर की गई है, 5 सितंबर को कोतवाली देहात के मिश्रपुर पुरैना में मंगेश का इंकाउंटर कर दिया था।उधर इस घटना में शामिल मंगेश का इन काउंटर होते ही कई सवाल राजनीतिक गलियारों से आने लगीं।सपा के मुखिया अखिलेश यादव,कांग्रेस सांसद राहुल गांधी,प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के साथ ही एक अधिवक्ता ने मानवाधिकार आयोग,हाईकोर्ट में भी रिट दायर कर दिया।यही नही मुठभेड़ में एस टी एफ का नेतृत्व कर रहे सीओ डीके शाही के हवाई चप्पल में होने पर आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने सवाल उठाए।डीएम के निर्देश पर मजिस्ट्रेटी जांच भी चल रही हैं।