Friday, April 18, 2025
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सुल्तानपुर मे नहरों की साफ सफाई के नाम पर लाखों खर्च के बाद भी हेड से टेल तक नही पहुंच सका पानी…

  • रजबहे की स्थित बदहाल,किसान हलकान
  • लाखों खर्च के बाद भी हेड से टेल तक नही पहुंच सका पानी, सुख रही किसानों की फसलें
  • सफाई के नाम पर नहर विभाग व सिंचाई विभाग करता है बजट से खेल

जयसिंहपुर सुलतानपुर(दुर्गा प्रसाद संवाददाता)। सिंचाई के लिए क्षेत्र में नहरों का जाल बिछा है, लेकिन सफाई और जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते नहरों को स्थिति बदहाल है। रजबहे में प्रतिवर्ष सिल्ट सफाई के नाम पर सरकार लाखों रुपया खारिज करती है लेकिन मनबढ़ जिम्मेदार सफाई के नामपर पर सफाई का कार्य कागजों पर दिखा दिया जाता है। रजबहे की हालत बेहद बदहाल है जगह जगह रजबहे में जमे सिल्ट और उगी जंगली झाड़ियों से रजबहा पटा हूआ है जिससे माइनर में हेड से टेल तक पानी पहुंचना कोरी कल्पना मात्र है।

  • रजबहे की स्थित बदहाल,किसान हलकान

जयसिंहपुर क्षेत्र के कूरेभार से निकली रजबहा पीढ़ी, चांदपुर, भेवापार, सेमरी, तिंदौली, कटरा चुंगघुपुर, हालापुर गांव से होते हुए जिले के बॉर्डर पर मुरैनी गांव तक जाकर मझुई नदी में मिलती है। रजबहे में पिछले एक महीनो से पानी टेल तक नहीं पहुंच पा रहा है। जिससे दर्जनों गांवो के किसान परेशान है। रजबहे के किनारे की ज्यादातर जमीन सिंचाई के लिए इसी के पानी पर ही आश्रित है। पानी न आने से किसान महंगे डीजल से फसलों में पानी लगाने के लिए मजबूर है।

  • किसानों ने नहरों में पानी न आने पर जताया आक्रोश

किसान महेन्द्र वर्मा, नन्हेलाल, अशोक सिंह,दिनेश दुबे,इमरान खान, हीराराम यादव, राम जगत, हीरा श्रीवास्तव, राम चन्द्र, जितेंद्र जायसवाल समेत अन्य किसानों ने बताया की खरीफ के समय जैसे तैसे धान की रोपाई तो कर ली गई, लेकिन पानी के अभाव में उनकी फसलें सुख रही है। रजबहे में पानी न आने से फसल चौपट होने के कगार पर पहुंच चुकी है। किसानों से ऊपर वाला पहले ही रूठा है, वहीं बची खुची कसर नहर विभाग पूरा कर रहा है। किसानों को समय से माइनर में पानी न मिलने से फसल की लागत बढ़ती जा रही है। वही रजबहे की सफाई न होने से वह झाड़ झंखाड़ से पटी हैं। सफाई के नाम पर विभाग द्वारा खानापूर्ति कर रकम डकार लिया जाता है।