
सुल्तानपुर ।इसौली से दो बार विधायक रहे स्व. अबरार अहमद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे अखिलेश यादव ने चिकित्सक धनश्याम तिवारी की हत्या के मामले को लेकर प्रदेश सरकार पर तंज कसा है।कहा कि बुलडोजर की स्टेयरिंग भाजपा के हाथ में है। जब उसके लोग फंसने लगते हैं तो उसकी चाबी व लाइसेंस खो जाता है। उसे चलाने वाला कोई नहीं मिलता है।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को यहां चिकित्सक की हत्या के मामले को लेकर प्रदेश सरकार पर तंज कसा। कहा कि बुलडोजर की स्टेयरिंग भाजपा के हाथ में है। जब उसके लोग फंसने लगते हैं तो उसकी चाबी व लाइसेंस खो जाता है। उसे चलाने वाला कोई नहीं मिलता है।
अखिलेश ने कहा कि यहां आने पर चिकित्सक (डॉ. घनश्याम तिवारी) की दर्दनाक हत्या किए जाने के बारे में जानकारी मिली। उन्हें पीट-पीट कर मार डाला गया। किसी चीज से शरीर को छेद दिया गया था। आरोपितों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
चिकित्सक के संबंध में की पुलिस-प्रशासन से बात
अखिलेश यादव इसौली से दो बार विधायक रहे स्व. अबरार अहमद को श्रद्धांजलि देने आए थे। अझुई गांव में उनके बेटे इकरार अहमद व परिवार के अन्य सदस्यों से मिल सपा मुखिया ने संवेदना व्यक्त की। उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पूर्व विधायक की प्रशंसा की। उन्हें जनता का सेवक व स्वभाव का फक्कड़ी बताया।
उन्होंने कहा कि चिकित्सक के परिवारजन से वार्ता के बाद उनकी पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों से बात हुई। पुलिस कप्तान ने बताया कि आरोपितों पर इनाम घोषित किया गया है। 24 घंटे में सभी की गिरफ्तारी हो जाएगी।

अखिलेश यादव कार से लखनऊ से दोपहर करीब डेढ़ बजे पूर्व विधायक के घर पहुंचे। एक घंटे बाद वह यहां से रवाना हो गए। इस दौरान पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर यादव, विधायक मो. ताहिर खान, पूर्व विधायक संतोष पांडेय व अनूप संडा समेत अन्य मौजूद रहे।
पूर्व विधायक संतोष पाण्डेय ने न्याय के लिए दिया आश्वासन
पूर्व विधायक संतोष पाण्डेय ने स्व०डॉ घनश्याम तिवारी के अंतिम संस्कार में अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचकर शोकाकुल परिजनों से शोक संवेदनाएं व्यक्त की व न्यायिक प्रक्रिया के अंतिम परिणाम तक कंधे से कंधे मिलाकर चलने का भरोसा दिया.उन्होंने ने कहा कि ड्रिल मशीन जैसे औजारों से अत्यंत ही अमानवीयता,क्रूरता के साथ पेशेवर,सत्ता संरक्षित भूमाफियायो द्वारा जितनी निर्दयता के साथ मारा गया हैं बहुत ही कष्टदायक और अक्षम्य कृत हैं.शासन और प्रशासन ने जितनी शीघ्रता शव संस्कार में दिखाई हैं.उतनी ही प्राथमिकता और जिम्मेवारी के साथ पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में भी तत्परता दिखानी चाहिए.