Monday, June 2, 2025
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सीएमओ साहब! सामान्य मरीजों के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्था तो करा दीजिए..!सरकारी अस्पताल बदहाल..

मेनका गांधी सांसद के संसदीय क्षेत्र में सरकारी अस्पताल खस्ताहाल।

स्वास्थ मंत्री/ डिप्टी सीएम ने किया था शुभारंभ।

दुर्गा प्रसाद,संवाददाता,जयसिंहपुर

जयसिंहपुर,सुलतानपुर। यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि जिस बिरसिंहपुर अस्पताल (100 Bed Birshingpur Hospital Sultanpur) का उद्घाटन खुद डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने किया हो उसकी स्थित बदहाल है।जब से सीएमओ डा. ओपी चौधरी तैनात है।तब से सीएचसी,पीएचसी की हालत हर क्षेत्र में खराब है।सुविधाएं तो दूर,निर्माण,मरम्मत व साज सज्जा में भी खूब धन का बंदरबांट हुआ है।इन्हे व चिकित्सक व कर्मियों को जरा से भी डर नहीं है कि यह क्षेत्र सांसद मेनका गांधी का है।खैर ये तो बानगी भर है।

उद्घाटन के बाद से ही अव्यवस्था की भेट चढ़ा अस्पताल

विदित रहे बिरसिंहपुर के हॉस्पिटल में लोगो को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ देने के लिए उपमुख्यमंत्री ने 30 मई को बिरसिंहपुर अस्पताल का लोकार्पण कर उसे जनता को सुपुर्द किया था। मगर उद्घाटन के बाद से ही यह अस्पताल अव्यवस्था की भेट चढ़ गया हैं। लाखो की कीमत के लगभग सभी उपकरण उपलब्ध होने के बावजूद बिरसिंहपुर अस्पताल में अभी तक प्रसव सेवा शुरु नही हो सकी हैं।

गर्भवती महिलाओं को नही मिलता उपचार

प्रसव के समय दर्द से कराहती गर्भवती महिलाओं को जान जोखिम में डालकर तीस किमी दूर जिला मुख्यालय तक जाना पड़ रहा है।ये बिरसिंहपुर सौ शैय्या का संयुक्त चिकित्सालय है। फिर भी रोना यह है कि गर्भवती महिलाओ को इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है। कई माह पहले सीएमओ ओम प्रकाश चौधरी ने बिरसिंहपुर अस्पताल में महिला चिकित्सक की तैनाती का आदेश दिया था। नर्स ने अस्पताल पहुंच कर सामानों को व्यवस्थित कर नर्सिंग स्टाफ को प्रसव शुरू कराने को लेकर जरूरी दिशा निर्देश भी दिए थे। मगर नतीजा कुछ नही निकला, महिला चिकित्सक के कार्यभार ग्रहण न करने से प्रसव सेवा शुरु नही हो सकी।

सीएमओ के लापरवाही के चलते धूल फांक रहे करोड़ो के उपकरण

सीएमओ व उनके दफ्तर में सेटिंग गेटिंग ऐसी रही कि चिकित्सक ने ज्वाइन ही नही किया।जिससे अस्पताल के लेबर रूम में रखे बेबी इन्क्रूबेटर, बेबी वार्मर, फीटल हर्ट मानीटर, आईयू सीडी किट, डिलेवरी सेट, आक्सीजन कंसल्ट्रेटर समेत लाखों कीमत के सभी उपकरण धूल फांक रहे हैं। वही अस्पताल में एक्सरे और अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था न होने से मरीजों को बाहर से एक्सरे और अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है जिससे मरीजों को अधिक पैसे देने पड़ रहे है और उनकी जेब ढीली हो रही है। चौरे कटरा गांव की फूल कुमारी ने बताया की प्रसव के समय बिरसिंहपुर अस्पताल में सुविधा न मिल पाने के कारण तीस किमी दूर जिला मुख्यालय जाना पड़ा। रास्ते में पीड़ा से कराहती रही। नतीजा यह निकला कि जब तक सुदूर स्थिति में ले जाकर ऑपरेशन कराया गया तो पता चला नवजात शिशु की मौत हो गई है।श्रीराम नगर की संगम पत्नी काली प्रसाद का कहना है की ऑपरेशन से उसने एक बच्चे को जन्म दिया था। बिरसिंहपुर अस्पताल में सुविधा न मिल पाने के कारण जिला मुख्यालय तक जाना पड़ा। इस दौरान दर्द इतना हो रहा था की जैसे रास्ते में ही उसकी जान चली जायेगी।वीरसिंहपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ राजकमल चौरसिया ने बताया की महिला चिकित्सक की तैनाती का आदेश तो हुआ था, लेकिन कार्यभार न संभालने के कारण प्रसव सेवा शुरू नही कराई जा सकी है। तीन नर्स स्टाफ प्रसव सेवा की ट्रेनिंग के लिए गई है।ऐसे में योगी सरकार में अस्पताल में व्यवस्था न होना सवालो के घेरे में है।इस अव्यवस्था के पीछे चाहे जिम्मेदार अफसर सीएमओ हो या स्थानीय सांसद/ विधायक जनता के प्रति उदासीन है।फिलहाल क्षेत्रीय लोगो ने अस्पताल की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त कराए जाने की मांग किया है।