सुल्तानपुर में यातायात माह में अफसरों को आईना दिखा रही स्वयंसेवी संस्था
मार्गों पर ब्रेकर बना जागरूक करने में जुटे समाजसेवी।
ट्रैफिक पुलिस हो या उप संभागीय महकमा,न तो जागरूक कर रहे न ही चालान जैसा एक्शन,यातायात नियमों को धता बता रहे बाइकर्स व चार पहिया वाहन।
सुल्तानपुर।यातायात माह (नवंबर 2025) में सरकारी आदेशों के अनुसार, सड़क सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने और नियमों का सख्ती से पालन कराने पर जोर दिया जा रहा है। इस दौरान, पांच से अधिक चालान वाले वाहनों का रजिस्ट्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किया जाएगा, हेलमेट/सीटबेल्ट न पहनने और अन्य नियमों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई होगी, और चालान का उद्देश्य जुर्माना काटने की बजाय जागरूकता फैलाना है।
जहां यातायात माह पर जिम्मेदार अफसर उदासीन बने हुए है।वही जिले की मानी जानी एक सक्रिय संस्था बढ़ चढ़ कर यातायात नियमों के प्रति आम जन को जागरूक करते हुए महकमे के जिम्मेदारों को आईना दिखाने में भी पीछे नहीं है।
कटका क्लब सामाजिक संस्था की तरफ से यातयात माह(एक नवंबर से तीस नवंबर) के तहत अयोध्या प्रयागराज राजमार्ग स्थित टाटियानगर बाजार में स्थिति ब्रेकर की पेंटिंग करते हुए ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया गया।इस मौके पर कटका क्लब के अध्यक्ष सौरभ मिश्र ‘विनम्र’ ने बताया कि हाइवे पर स्थित ब्रेकर बड़ी दुर्घटना को दावत देते हैं वाहनों के चालक तेज स्पीड से गाड़ी चलाते समय हाइवे पर ब्रेकर नहीं देखते जिससे कभी कभी बड़ी दुर्घटना हो जाती है।
ऐसे में संस्था के साथियों के द्वारा रोड पर स्थित ब्रेकर की पेंटिंग की गई। इस मौके पर कथा वाचक शनि मिश्र ने बताया कि आने जाने वाले यात्रियों से संस्था के साथियों के द्वारा बताया गया कि रोड पर चलते समय इमरजेंसी गाड़ियों को रास्ता जरूर दें खास तौर पर एंबुलेंस को रास्ता दें।आई टी सेल प्रभारी बृजेंद्र मिश्र ने बताया कि यह क्लब पूरे माह यातयात से जुड़े अभियान जनपद में चलाएगा।जिसमें ब्रेकर पेंटिंग और एम्बुलेंस को रास्ता दें, रेडियम बेल्ट लगाने का कार्य करेंगे। आने जाने वाले यात्रियों ने संस्था के इस अभियान की सराहना किया।




वही चाहे ट्रैफिक पुलिस हो या एआरटीओ महकमे समेत अन्य जिम्मेदार इस प्रमुख अभियान के प्रति निष्क्रिय बने हुए।इससे मार्गो पर बिना सीट बेल्ट,बिना हेलमेट व ट्रिपलिंग बाइक/ वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे है।हां इतना जरूर है कि हर अफसर व कर्मी टारगेट करने में पीछे नहीं होगे यह सोलह आने सच है।











