Wednesday, November 19, 2025
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श्रीमद्भागवतकथा के पांचवें दिन देखने को मिला-श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम,श्रीकृष्ण की बाल लीला सुनकर भाव विभोर हुए श्रोता

सुल्तानपुर।(इन्द्रसेन दुबे,संवाददाता ) कुड़वार ब्लॉक के पूरे बंधन उपाध्याय का पुरवा में  में चल रही श्रीमद् भागवतकथा के पांचवें दिन श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला।कथा व्यास आचार्य धीरज कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने भक्तों को भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं,पूतना वध और गोवर्धन पूजा की दिव्य कथा सुनाकर भाव विभोर कर दिया। कथा व्यास आचार्य धीरज कृष्ण शास्त्री ने कहा कि अत्याचारी कंस ने जब नवजात कृष्ण का वध करने के लिए राक्षसी पूतना को भेजा तो उसने मां का भेष धारण कर विष भरा दूध पिलाने का प्रयास किया लेकिन बाल रूपी भगवान श्री कृष्ण ने उसके प्राण हर कर ब्रज को आतंक से मुक्त कराया।

उन्होंने बताया कि भगवान ने बाल्यावस्था में ही दिव्य लीलाओं से भक्तों का उद्धार किया। माखन चोरी,गोपियों की मटकी तोड़ना माटी खान और माता यशोदा द्वारा ओखली में बांधे जाने के प्रसंग का वर्णन किया तो भक्तों की आंखें नम हो गई गोवर्धन लीला का वर्णन करते हुए कहा कि जब ब्रज वासियों ने इंद्र पूजन की तैयारी किया तब कृष्ण ने उन्हें गोवर्धन पर्वत की पूजा करने का उपदेश दिया।भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं की कथा सुनकर पूरा पंडाल भक्तिमयी हो गया।कथा के मुख्य यजमान,राम अक्षयवर उपाध्याय,अजय कुमार उपाध्याय,हनुमान प्रसाद उपाध्याय,अयोध्या प्रसाद उपाध्याय,विनोद कुमार उपाध्याय,दिवाकर उपाध्याय,सुभाष उपाध्याय,भारी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे