Wednesday, April 16, 2025
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संघर्ष की अनूठी मिसाल:- 20 वर्षों की मेहनत के बाद मोहम्मद एहतेशाम 22वां स्थान हासिल करके दिल्ली में बने अपर जिला जज..

  • उम्र व कठिनाइयों को किया पीछे, हासिल की सफलता

लखनऊ।कहते हैं कि पंखों से ही नहीं, हौसलों से भी उड़ान होती है और गर हौसला है तो आप बड़े से बड़ा मुकाम भी हासिल कर सकते हैं।इसके साथ ही यह भी कहा जाता है सफलता हासिल करने की कोई उम्र नही होती है।

लखनऊ उत्तर विधानसभा के तहत अयोध्या दास वार्ड खदरा के गाजियाबाद में अधिवक्ता मोहम्मद एहतेशाम ने न्याय के मंजिल की सीढ़ियों पर चढ़ते हुए बुलंदियों की इमारत को छूकर कामयाबी में एक और नया अनुभव दर्ज किया है।

बता दे कि एहतेशाम की प्रारम्भिक शिक्षा लखनऊ से हुई है। वह नोएडा-गाजियाबाद में वर्ष 2003 से 2022 तक अधिवक्ता रहे। इसके पश्चात दिल्ली उच्चतर न्यायिक सेवा परीक्षा में 22वां स्थान प्राप्त कर एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज यानि अपर जिला जज पद की शपथ के साथ ही कार्य भार संभाल लिया है।

Ashok Kumar Dwivedi (Advocate High Court),RTI Activist
To me, a lawyer is basically the person that knows the rules of the country. We’re all throwing the dice, playing the game, moving our pieces around the board, but if there is a problem the lawyer is the only person who has read the inside of the top of the box.