Saturday, May 10, 2025
Light
Dark

सुल्तानपुर में नगर पालिका चैयरमैन व सभासदों को प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने दिलाई शपथ..

  • सुल्तानपुर में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने मतदाताओं का जताया आभार
  • नए संसद पर बोले राजनीति ठीक नहीं
  • सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष के लोग भी बैठेंगे

सुल्तानपुर।संसद के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के विपक्ष के मुद्दे की निंदा की। सदन में सत्ता पक्ष ही नहीं विपक्ष भी बैठता है। संसद संवैधानिक व्यवस्था है।इस पर राजनीति करना अच्छा नहीं है।ये बाते प्राविधिक शिक्षा एवं सुल्तानपुर के प्रभारी मंत्री आशीष पटेल ने नवनिर्वाचित पालिकाध्यक्ष व सभासदो के शपथ ग्रहण समारोह में मीडिया के सवालो का ज़बाब देते हुए विपक्ष पर हमलावर दिखे।

नगर के राम नरेश सभागार में आयोजित कार्यक्रम स्थल पर प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल का जिलाधिकारी जसजीत कौर और पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने मंच पर स्वागत किया।वही अधिशाषी अधिकारी श्यामेंद्र मोहन ने सभी अतिथियों व अफसरों के साथ नव निर्वाचित पालिकाध्यक्ष,सभासदों को बुके व माला पहनाकर स्वागत किए।श्री पटेल ने पालिका क्षेत्र के सभी मतदाताओ को सर्वाधिक अंतर से जीत के लिए आभार व्यक्त किए। राष्ट्रीय अध्यक्ष की तरफ से ओबीसी आरक्षण को लेकर जो सवाल उठाया गया है। पत्र में जो विषय उठाया गया है। वह मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया गया है।

प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने मंच से भाजपा जिलाध्यक्ष आरए वर्मा, सुल्तानपुर विधायक विनोद सिंह, जयसिंहपुर विधायक राज बाबू उपाध्याय, कादीपुर विधायक राजेश गौतम, लंभुआ विधायक सीताराम वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष उषा सिंह, सांसद मेनका गांधी के प्रतिनिधि रंजीत कुमार का नाम लेते हुए स्वागत किया।जिलाधिकारी जगजीत कौर ने चेयरमैन प्रवीण अग्रवाल एवम 25सभासद को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। दर्शक दीर्घा में चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार वरुण मिश्रा भी उपस्थित रहे। प्रवीण अग्रवाल ने सभी मतदाताओं का आभार जताते हुए आज से विकास कार्य शुरू करने की बात कही। प्रमुख सभासदों में अखिलेश मिश्रा,रमेश सिंह, अरुण तिवारी, गिरीश मिश्रा, विजय जायसवाल, दिनेश चौरसिया,अंतिमा गुप्ता,पूर्णिमा कुमारी, दीप सिंह,सुधीर तिवारी,संजय कप्तान,प्रवीन मिश्र समेत सभी सभासद मौजूद रहे।

  • ईओ पर लग चुके है भ्रष्टाचार के आरोप के सवाल पर प्रभारी मंत्री का दो टूक

पिछले कई वर्ष से नगरपालिका में अधिशाषी अधिकारी के रूप में श्यामेंद्र मोहन की तैनाती हैं।इन पर एलईडी की खरीददारी करने में करीब 86लाख रु के भ्रष्टाचार का आरोप लगा था।एडीएम वित्त ने जांच में दोषी पाया,शासन को कार्यवाही हेतु पत्र भेजा गया।इन्हे कई माह तक सस्पेंड रहना पड़ा।अटैच कलेक्ट्रेट में किए गए।फिलहाल ईओ लंबी छुट्टी पर चले गए।शासन में पैरवी कर क्लीन चिट ही नही ले लिए बल्कि सेटिंग गेटिंग ऐसी की जनपद के पूर्व तैनाती नगरपालिका परिषद में जमे है।जबकि उसी कुर्सी पर दोबारा आने का नियम नही है।जब इस पर मीडिया ने प्रभारी मंत्री से सवाल किया तो बोले की सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है।यदि ऐसा है तो जांच कराई जायेगी।हो चाहे जो योगी सरकार में सब कुछ मनमानी हैं।