
सनातन धर्म को कोई बांट नहीं पाया और न ही कोई काट पाएगा
-श्री राम कॉलेज से पहली बार भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया
दिल्ली।अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्री राम कॉलेज (Delhi University ) से पहली बार भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। शोभायात्रा की तैयारियों को लेकर सर्व समाज के सभी लोगों ने योगदान दिया।भगवान परशुराम (Lord Parshuram Jayanti) के जयघोष करते युवाओं का उत्साह देखते बना।शोभा यात्रा जयघोष के साथ श्री राम कॉलेज से प्रारंभ होकर रूप नगर गोल चक्कर बंगलो रोड से होते हुए हंसराज कॉलेज,हिन्दू कॉलेज आर्ट्स फैकल्टी के गेट नंबर 04 पर समाप्त हुई।यूनिवर्सिटी व कॉलेज के छात्रों ने ” जब जब ब्राह्मण बोलेगा,राज सिंघासन डोलेगा” नारों के उद्घोष किया।
भव्य यात्रा मे संस्कार दुबे,सचिन दीक्षित,उदय प्रताप यादव,ध्रुव कौशिक,आलोक तिवारी,राहुल यादव,अतुल भारद्वाज, प्ररूज पाण्डेय,अंकिता विश्वास,कनिका वत्स ने अहम भूमिका निभाते भगवान परशुराम की यात्रा को भव्य एवं दिव्य रूप दिया।

भगवान परशुराम विष्णुजी के छठे अवतार
भगवान परशुराम विष्णुजी के छठे अवतार के रूप में हुए और उन्होंने पृथ्वी से आताताईयों का वध किया। आज भी युग में भगवान परशुरामजी जैसे अवतार की आवश्यकता है।हिन्दू अखंड थे,अखंड है और अखंड ही रहेंगे।परशुराम संस्कृति हैं, राम राष्ट्र हैं, शिव श्रद्धा है, पार्वती विश्वास है, संस्कृति होने के कारण ही सब देवता परशुराम को नमन करते हैं। भगवान गणेशजी का एक दांत भी भगवान परशुराम के फरसे से ही कटा था जिसके बाद से गणेशजी एक दंत के रूप में प्रसिद्ध हुए।
भगवान राम की तरह भगवान परशुराम भी पूजनीय
भगवान राम की तरह भगवान परशुराम भी पूजनीय हैं। भगवान परशुराम का एक-एक चरित्र अनुकरणीय है। उनके एक-एक गुण के ऊपर इतिहास लिखे हुए हैं। कुछ लोगों ने ऐसे वृतांत जोड़ दिए जो गलत हैं। परशुराम ने तोडऩे का नहीं बल्कि जोडऩे का काम किया था। धर्म और सछ्वाव का कोई अंत नहीं होता। भगवान परशुराम ने आताताईयों का अंत किया थाहर ।साल परशुराम जयंती वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, अक्षय तृतीया पर्व पर ही भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। इस साल परशुराम जयंती 10 मई 2024 को मनाई जाएगी। पौराणिक मान्यता है कि भगवान परशुराम जगत के पालनहार भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं। यदि आप भी परशुराम जयंती पर दोस्तों व परिजनों के शुभकामना संदेश भेजना चाहते हैं तो इन मैसेज के जरिए भगवान के प्रति आस्था प्रकट कर सकते हैं।