
- एक ही बैरक,एक ही मामला,आखिर कैसे लगा ली बंदियों ने लगाया फांसी
- पूरी घटना में सस्पेंस बरकरार
- सुल्तानपुर जेल में बंद दो हत्यारोपियों ने लगाई फांसी,मौत
- –22 दिन पहले अमेठी पुलिस ने किया था हत्या के आरोप में गिरफ्तार,जेल अधीक्षक ने फोन किया आफ।
- आईजी प्रवीण कुमार समेत कई अफसरों ने लिया जायजा,दिए निर्देश।
सुल्तानपुर। जेल में बन्द अमेठी के दो बंदियों की मौत से हड़कंप मच गया है। दोपहर करीब एक बजे के आसपास बंदियों ने बैरक के अंदर फांसी लगा ली।जिससे दोनो की मौत हो गई।सूचना मिलते ही आईजी,डीएम व एसपी, डीआईजी जेल के अफसरों ने पहुंच कर घटना स्थल का जायजा लेते हुए निर्देशित किया।
मामला कोतवाली नगर के जिला जेल का है।सूचना पर जेल में एसपी व फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वॉयड भी मौके पर पहुंचा और साक्ष्य जुटाये जा रहे है।दोनो मृतक अमेठी जिले के जामो थानाक्षेत्र के लोरिकपुर गांव निवासी करिया उर्फ विजय पासी (20) व मनोज रैदास (18) बताए जा रहे है। दोनों
26 मई की रात चौधरी का पुरवा लोरिकपुर गांव निवासी मुर्गी फार्म संचालक ओम प्रकाश यादव की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी।उसी मामले में 30 मई को कोर्ट से जेल भेजे गए थे।दो बंदियों की संदिग्ध परिस्थितयों में मौत से जेल के अंदर सनसनी फैल गई। बैरक में बंद बंदियों ने इसकी सूचना जेल प्रशासन को दिया। सूचना पर जेल अधिकारी बैरक में पहुंचे और जांच पड़ताल किया।वही इतनी बड़ी घटना के बाद जेल अधीक्षक उमेश प्रताप ने मोबाइल ऑफ कर रखा है।वही सूचना पर आईजी अयोध्या,डीआईजी जेल,डीएम जसजीत कौर,एसपी सोमेन बर्मा,डीआईजी हेमंत कुटियाल व एडीजे अभिषेक सिन्हा ने भी जायजा लिया है।
उधर नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय ने शवों का पंचायत नामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है। फॉरेंसिक टीम के साथ पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। डीएम जसजीत कौर और एसपी सोमेन बर्मा के नेतृत्व में नगर कोतवाली पुलिस और एसडीम सदर सीपी पाठक भी मौके पर जमे हुए हैं। जेल सूत्रों के मुताबिक बंदियों को बैरक से बाहर निकाला गया था।जिससे बंदियों में भी काफी गुस्सा है।
वही आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार ने बताया कि दो कैदियों के सुसाइड की सूचना प्राप्त हुई थी। घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम व डाग स्क्वायड ने जांच शुरू कर दी है। तीन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।जो लीगल एक्शन है उसे सुनिशिचत कराया जाएगा।
- मां बोली- दोनों फांसी नहीं लगा सकते, हत्या का जताया शक
दोनों बंदियों की मौत के बाद अमेठी में उनके परिवारों में चीख पुकार मच गई। परिजनों ने हत्या की आंशका जताई है। रोते हुए मृतक करिया उर्फ विजय पासी की मां सीता रानी ने कहा, ” मेरा बेटा कहता था कि हम लोगों ने हत्या नहीं की थी लेकिन साथ में गया जरूर था। उसके बाद पुलिस पकड़ उसके साथ दो लोगों को पकड़कर ले गई थी। हम लोगों की उस दिन से कोई बात नहीं हुई थी। आज पुलिस ने दोनों की मौत की सूचना दी। मेरा बेटा फांसी लगाकर आत्महत्या नहीं कर सकता।”