Friday, June 6, 2025
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Ayodhaya News:-14 कोसी परिक्रमा पथ पर चल पड़े लाखों पग,हनुमानजी के दर्शन को उमड़ी लाखों की भीड़

अयोध्या। वैसे तो धार्मिक नगरी अयोध्या में वर्ष भर पवन पुत्र के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है,वही आज हर मंगलवार की सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी पर दर्शनों के लिए लाखो भक्तो की भीड़ नजर आई।यही नही राम मंदिर के निर्माण मे तेजी के साथ ही अब रामनगरी में भक्तो की आस्था के भी बढ़ोत्तरी नजर आ रही है।जिसका नतीजा है कि चौदह कोसी परक्रिमा व हनुमान जी के दर्शन के लिए लाखों की संख्या भक्त लाइन के नजर आए।भीड़ कंट्रोल कंट्रोल करने के लिए अयोध्या पुलिस भी मुस्तैद नजर आई।

हनुमानगढ़ी के अलावा राम जन्मभूमि, कनक भवन और नागेश्वर नाथ मंदिर पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. दर्शन पूजन के बाद श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में स्नान किया.दूरदराज से अयोध्या पहुंचे श्रद्धालु कहते हैं कि राम नगरी आने पर अगर हनुमानगढ़ी पर दर्शन नहीं किए तो फिर वह दर्शन अधूरा माना जाता है.

14 कोसी परिक्रमा पथ पर चल पड़े लाखों पग

शुभ मुहूर्त की प्रतीक्षा। टिक-टिक करती घड़ी की सूइयां। उसी ओर श्रद्धालुओं की निगाह, लेकिन भीतर ही भीतर आस्था उमड़-घुमड़ रही थी। उनके कदम तो ठहरे थे, लेकिन अंतर्मन में बह रही भावनाओं की सलिला श्रद्धालुओं के चेहरे पर बयां हो रही थी। दर्जन भर से ज्यादा स्थानों पर अंतर्मन में लहराती आस्था की लहर आखिरकार मुहूर्त से पहले ही छलक उठी। आस्था का समुद्र परिक्रमा पथ पर जगह-जगह लहराने लगा।14 कोसी परिक्रमा शुरू होने के साथ ही कार्तिक मेला शुरू हो चुका है। परिक्रमा का मुहूर्त 20 नवंबर की रात 2:09 बजे से था, लेकिन श्रद्धालुओं ने रात करीब एक बजे से ही परिक्रमा शुरू कर दी। रात जैसे-जैसे सघन होती गई, श्रद्धालुओं का कारवां भी बढ़ता गया। भोर हाेते-होते रामनगरी के 14 कोस की परिधि अटूट मानव-श्रृंखला में बंध सी गई। गगनभेदी जयघोष की सामूहिक आध्यात्मिक स्वरों से 14 कोसी परिक्रमा पथ गुंजायमान होने लगा। दर्शननगर, भीखापुर, देवकाली, जनौरा, नाका हनुमानगढ़ी, मोदहा, सिविल लाइंस स्थित हनुमान मंदिर, सआदतगंज, अफीम कोठी, नयाघाट आदि स्थानों से श्रद्धालुओं ने पूरे भक्ति की रौ में परिक्रमा करना शुरू कर दिया है।

हनुमानजी के परम भक्त व दस्तक भारत न्यूज के संवाददाता इन्द्रसेन दुबे जो कि हर मंगलवार को हनुमानगढ़ी हनुमानजी के दर्शन के लिए जाते है उन्होंने बताया कि मान्यता है कि यहां आने वाले हर भक्त की मनोकामना अवश्य पूरी होती है. यहां भक्तों को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है.