
सर्विस इंजीनियर को शिकायत से कोई असर नही..
सुल्तानपुर।एयरटेल यूजर्स को सुल्तानपुर जिले में विगत 04 दिनों से क आउटेज का सामना करना पड़ रहा है। हजारों यूजर्स ने इस आउटेज को रिपोर्ट किया है। खराब कनेक्टिविटी के चलते जिले के तमाम यूजर्स अलग-अलग क्षेत्र में प्रभावित हुए। इस व्यवधान ने मोबाइल इंटरनेट सिग्नल रिसेप्शन और पूरी कनेक्टिविटी को प्रभावित किया।
जिले के करौंदिया,विनोबपुरी व अन्य रियाहशी इलाकों में 04 दिनों से एयरटेल वाई-फाई का नेटवर्क ध्वस्त हो गया है जिसके कारण उपभोक्ता परेशानी झेल रहे हैं। खराब नेटवर्क कनेक्टिविटी को 04 दिन बीत गए लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ और उपभोक्ता प्रतिमाह संपूर्ण प्लान शुल्क देने के बाद भी एयरटेल वाई-फाई नेटवर्क की सुविधा से वंचित है।जब नेटवर्क कनेक्टिविटी को लेकर ग्राहक शिकायत करने के लिए जिले के क्षेत्रीय इंजीनियर को फ़ोन करना चाहा तो इंजीनियर ने बदसलूकी से बात करते हुए फोन काट दिया।जिससे जिले के यूज़र्स में आक्रोश है।बताते चले कि 40 एमबीपीएस की सुविधा के लिए प्रतिमा 589 रुपए उपभोक्ता से प्राप्त किए जाते हैं। प्रतिमाह एयरटेल वाई-फाई का नेटवर्क 1 सफ्ताह ध्वस्त ही रहता है और उपभोक्ता से संपूर्ण महीने का पैसा वसूल लिया जाता है।जिससे उपभोक्ता की जेब पर एयरटेल कंपनी असर डाल रही है। जिस संबंध में कस्टमर केयर नंबर 52 2444 12 1 पर भी शिकायत दर्ज कराई गई और अधिकारियों द्वारा बताया गया कि अगले 4 घंटे में समस्या का समाधान हो जाएगा लेकिन 12 घंटा बीतने को है अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। क्षेत्रीय इंजीनियर आशीष दुबे जिनका कांटेक्ट नंबर 928959 633 3 है, इनके द्वारा फोन भी रिसीव नहीं किया जाता है।
एयरटेल निशाने पर
एक यूजर ने बताया कि “कृपया एयरटेल एक्सस्ट्रीम फाइबर पर भरोसा न करें। हर महीने उनकी सर्विस 2-3 दिनों के लिए बंद रहती है, फिर भी वे उन दिनों के लिए फीस लेते हैं।’ वहीं एक दूसरे यूजर्स ने एयरटेल पर भड़ास निकाली। ‘अरे @Airtel_Presence @airtelindia पूरे शहर में नेटवर्क डाउन है। मोबाइल और एक्सस्ट्रीम फाइबर दोनों ही डाउन हैं। समस्या कब तक ठीक हो जाएगी?’
एक अन्य यूजर ने बताया कि एयरटेल इंडिया ग्राउंड स्टाफ और @Airtel_Presence रिपोर्ट रजिस्ट्रेशन टीम के बीच कोई कॉर्डिनेशन नहीं है। फोन और सोशल मीडिया के जरिए शिकायत दर्ज की गई, लेकिन हमें सिर्फ इतना सुनने को मिला कि उनकी टीम काम कर रही है। एयरटेल पर शिफ्ट होने का गलत फैसला।