
- एसडीएम विदुषी सिंह ने अपनाया कड़ा रुख..
- बच्चों के पुनर्वासन हेतु विभिन्न स्थानो पर चलाया गया रेस्क्यू आपरेशन।
सुलतानपुर। जनपद में कही भी नाबालिग बच्चे कही भी काम करते किसी दुकान या प्रतिष्ठान पर दिखे तो हर हाल में कार्यवाही की जायेगी।यह बाते संयुक्त गठित टीम की नोडल अफसर व डिप्टी कलेक्टर विदुषी (SDM Vidushi Singh) ने चेकिंग के दौरान कही।जिले में भिखारी बच्चो व बाल श्रम रोकने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया। जिसमें सड़क परिस्थितियों में रहने वाले एवं बाल श्रम में संलिप्त बच्चों हेतु अलीगंज बाजार के विभिन्न स्थानों, दुकानों पर सघन रेस्क्यू एवं जागरूकता अभियान चलाया गया।

अभियान में बच्चों को शिक्षा से जोड़कर समाज की मुख्यधारा में जोड़ने व अन्य योजनाओं से लाभान्वित किये जाने एवं पुनर्वास हेतु मुख्य हाॅटस्पाॅट चिन्हित किये गये। बच्चे इस देश की धरोवर हैं और देश के भविष्य हैं। इसी क्रम मेंव्यापारियों से अपील की गयी कि बच्चों व किशोंरो को भिक्षावृत्ति में लिप्त पाये या भीख माॅगते हुये देखे तो तुरन्त चाइल्ड लाइन टोल फ्री नम्बर 1098 पर सूचित करें।
अभियान राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली के निर्देशानुसार एवं निदेशक, महिला कल्याण उ.प्र. लखनऊ के पत्र के क्रम में जिलाधिकारी जसजीत कौर के कुशल नेतृत्व में नामित नोडल अधिकारी व एसडीएम विदुषी सिंह वीपी वर्मा जिला बाल संरक्षण अधिकारी के साथ ही जिला बाल संरक्षण इकाई, विशेष किशोर पुलिस इकाई, बाल कल्याण समिति, श्रम विभाग, महिला शक्ति केन्द्र तथा चाइल्ड लाइन के साथ ही दुकानदारों से बच्चों को बाल श्रम न कराये जाने की चेतावनी दी गयी।
उक्त अभियान में ओम प्रकाश तिवारी सदस्य बाल कल्याण समिति, अलंकृता उपाध्याय, प्रकाश चन्द्र, श्रम परिर्वतन अधिकारी, प्रेम प्रकाश तिवारी, प्रभारी विशेष किशोर पुलिस इकाई, रूपाली सिंह संरक्षण अधिकारी, रेखा गुप्ता महिला कल्याण अधिकारी, सरोज यादव जिला समन्वयक, श्वेता रावत, स्मिता सिंह, नीलम वर्मा महिला आरक्षी, कुलदीप यादव कान्सटेबल, विशेष किशोर पुलिस इकाई, संदीप कुमार सिंह, अर्चना पाल सामाजिक कार्यकर्ता जिला बाल संरक्षण इकाई, सतांशु श्रीवास्तव चाइल्ड लाइन सहित रेस्क्यू अभियान के समय उपस्थित रहें।