
- जी 20 के आयोजन से युवाओं को सीखने का मौका।
सुल्तानपुर। यूपी की जी 20 ब्रांड एंबेस्डर एवं पूर्व स्क्वाड्रन लीडर तूलिका रानी ने विश्व के सभी देशों से भारत की अध्यक्षता में समस्याओं के समाधान की दिशा में आगे आने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि यदि भारत को अध्यक्षता मिली है तो सभी चुनौतियों का समाधान करने का हम प्रयास कर रहे हैं।
यहआयोजन सुल्तानपुर शहर के पं. रामनरेश त्रिपाठी सभागार में जिला स्तरीय पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम आयोजित हुआ। जी-20 की ब्रांड एंबेसडर पूर्व स्क्वाड्रन लीडर तूलिका रानी मुख्य अतिथि रही। उन्होंने कहा कि तूलिका रानी ने कहा कि महिला परिवार बनाती हैं। परिवार से घर बनता है,घर से समाज और समाज से देश बनता है।ऐसे में विकसित और विकासशील देशों की आवाज भारत ही बनेगा।बता दें कि पूर्व स्क्वाड्रन लीडर तूलिका रानी उत्तर प्रदेश की ओर से जी-20 की ब्रांड एंबेसडर हैं।

उन्होंने मुख्य वक्ता के रूप में छात्राओं को संबोधित करते हुए जी-20 में महिलाओं की भूमिका और भारत को मिलने वाली जी-20 की अध्यक्षता के बारे में बताया। उन्होंने आगे कहा महिलाओं की अनदेखी करके विकसित राष्ट्र का सपना संजोया नहीं जा सकता। आज के समय में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली सशक्त महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर नाम रोशन कर रही हैं। इस जिला स्तरीय पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम का विधायक विनोद सिंह ने शुभारंभ किया। नेहरू युवा केन्द्र की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में सीडीओ अंकुर कौशिक का बैच पहनाकर स्वागत किया गया। छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट्स कार्यक्रम की शोभा बढ़ाया।सीडीओ अंकुर कौशिक ने यह युवा संसद है। युवाओं में अपनी बात कहने की क्षमता,डिस्कस करने की क्षमता होनी चाहिए।जितने भी यूनिफार्म में बच्चे बैठे हैं।आपने बेहतर प्रदर्शन किया है। अपने संस्थान की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का काम किया है आप बधाई के पात्र हैं।वही ब्रांड एंबेसडर g20 एवं पूर्व स्क्वाडर्न लीडर तूलिका रानी ने बताया कि महिलाओं के विकास में भागीदारी अहम मुद्दा है। सतत विकास, विकसित नहीं विकासशील देश बनने की बात सामने आई है। फोकस उस पर करिए जो हमें जोड़ता है ना कि हमें जो तोड़ता है। जी-20 के माध्यम से भारत की अध्यक्षता का मतलब है कि सभी को एक प्लेटफार्म पर लाया जाए और विश्व की बड़ी चुनौतियों का समाधान निकाला जाए।