Tuesday, October 14, 2025
Light
Dark

सुप्रीम कोर्ट के टीईटी अनिवार्यता वाले फैसले पर शिक्षकों में उबाल,योगी सरकार ने रिवीजन के बहाने लगाया मरहम

सुल्तानपुर।जिले के तिकोनिया पार्क में अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर देशव्यापी आंदोलन बेसिक शिक्षकों ने किया।वही यूपी के सीएम योगी ने आए सुप्रीम फैसले पर रिवीजन करने का निर्देश महकमे को दिया है।ऐसे में योगी सरकार कितना सफल होती है ये तो बाद की बात है,शिक्षकों पर मरहम अवश्य लगाया है।
फिलहाल यदि सुप्रीम फैसले के अनुपालन में यदि गुरु जी परीक्षा देकर टेट नहीं पास कर सकते तो बहुत ही शर्म की बात है।सुप्रीम कोर्ट जाकर शिक्षकों ने गलत किया,जिससे ज्यादातर शिक्षक इस आदेश की चपेट में आ गए है। ये नौबत न आए इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश,राजपत्र आदि को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ पूरी तरह से आंदोलन रत है।

शिक्षकों ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किए। इसके साथ ही जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री और केंद्रीय शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा गया। जिलाधिकारी के प्रतिनिधि सिटी मजिस्ट्रेट प्रीती जैन ने ज्ञापन प्राप्त कर संबंधित को प्रेषित करने का आश्वासन दिया।संघ ने अनुरोध किया कि आरटीई एक्ट लागू होने से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को इस अनिवार्यता से मुक्त किया जाए।ज्ञापन में कहा गया कि सर्वोच्च न्यायालय के एक सितम्बर के आदेश ने उन लाखों सेवारत शिक्षकों को निराशा और असुरक्षा से भर दिया है, जिन्होंने शिक्षा के मंदिर को अपना जीवन समर्पित कर दिया है। अब सेवा में बने रहने और पदोन्नति पाने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया है, चाहे शिक्षक की सेवा अवधि कितनी भी लंबी हो अथवा उन्होंने शिक्षा जगत में कितनी ही उपलब्धियाँ अर्जित क्यों न की हों।इस फैसले से विशेषकर वे शिक्षक अधिक आहत हैं, जिन्होंने शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने से पहले ही अपनी सेवाएँ प्रारम्भ की थीं। जिन शिक्षकों की सेवानिवृत्ति में पाँच वर्ष है वे इस परीक्षा से मुक्त है।इस से अधिक का समय शेष है, उनके लिए दो वर्ष के भीतर टीईटी पास करना अनिवार्य कर दिया गया है। अन्यथा उन्हें सेवा छोड़ने या अनिवार्य सेवानिवृत्ति की कठोर परिस्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, जो अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ से सम्बद्ध है, इस निर्णय को न केवल असंवैधानिक बल्कि प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के भी विरुद्ध मानता है।इस मौके पर जिलाध्यक्ष दिनेश उपाध्याय, जिला मंत्री राम आशीष मौर्य, पूर्व जिला अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद पांडेय, प्रदेश उपाध्यक्ष मालती सिंह,जूनियर शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष देवेंद्र त्रिपाठी,महामंत्री कलहु पाल ,उपाध्यक्ष रमेश तिवारी,कोषाध्यक्ष विनय प्रजापति,मोतिगरपुर ब्लॉक अध्यक्ष मुकेश सिंह,संरक्षक राजेंद्र सिंह,वरिष्ठ उपाध्यक्ष राम अनुज यादव,अलका पांडे, राजीव मिश्रा,जिला प्रवक्ता धर्मेंद्र त्रिपाठी,राधे श्याम मौर्य,जयसिंहपुर अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह, कादीपुर अध्यक्ष अरुण सिंह, लंभुआ अध्यक्ष रणवीर सिंह,जिला मीडिया प्रभारी चन्द्रपाल राजभर ,वैभव भटनागर, दोस्तपुर अध्यक्ष रामचंद्र राजभर ,राजीव यादव,शिव कुमार मौर्य ,जूनियर संघ उपाध्यक्ष राजीव मिश्रा, अटेवा के वरिष्ठ उपाध्याय सुरेंद्र मौर्य ,महामंत्री मो हसीव, संयुक्त मंत्री देशराज,जिला संगठन मंत्री इंद्रेश यादव,के सी मिश्रा,ज्योति सिंह,संध्या श्रीवास्तव,नविता पांडे, नम्रता सिंह, अनामिका सिंह,सीमा पाल,स्वाति सिंह,सोशल मीडिया प्रभारी आसिफ जमाल मंत्री दुबेपुर मंत्री फिरोज अहमद, वरिष्ठ उपाध्याय उमेश गुप्ता, बल्दीराय अध्यक्ष वेद प्रकाश सिंह, फिरोज अहमद,मंत्री हीरालाल यादव ,कुड़वार अध्यक्ष के.के. सिंह मंत्री लंभुआ द्वारिका प्रसाद यादव, मंत्री मोतीगरपुर श्री लाल यादव, मंत्री जयसिंहपुर शिवनारायण वर्मा,अध्यक्ष राम शब्द पाठक,मनोज मौर्य, ब्लॉक कुड़वार अध्यक्ष के.के सिंह, मंत्री भदैया विपिन यादव, मंत्री लंभुआ द्वारिका प्रसाद यादव, मंत्री राहुल कादीपुर, ब्लॉक अध्यक्ष अटेवा दोस्तपुर सौरभ राजभर, विजय प्रकाश, मंत्री धनपतगंज शिवसहाय पांडे, जिला प्रचार मंत्री अरविंद दुबे,विजय सिंह (टोपी),कमलेश गिरि ,सोहन कुमार, मंत्री मोतिगरपुरश्रीलाल,अनिल कुमार, अजीत सिंह यादव, राम भरत वर्मा, घनश्याम वर्मा, दिनेश शुक्ला ,प्रदीपयादव,सहित सैकड़ो शिक्षक एवं शिक्षिका मौजूद रहे।