Saturday, May 31, 2025
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सुल्तानपुर जिले में बड़ा फर्जीवाड़ा:-मुंबई के राज्यसभा सांसद की निधि से 02 कॉलेजो ने किया लाखों का घोटाला

सुल्तानपुर।यूपी के सुल्तानपुर जिले से बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आए है।गैर प्रान्त की राजसभा सांसद निधि की हेराफेरी करने में भी अव्वल निकले है,अंतरराष्टीयनृत्यांगना,पद्म विभूषित व पूर्व राज्यसभा सदस्य डा.सोनल मानसिंह की सांसद निधि में करोड़ों रुपये के फर्जीवाडे का प्रकरण कई राज्यों में प्रकाश में आ रहा है।इसकी शिकायत उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित संसद भवन में राज्यसभा सचिवालय के विजिलेंस विभाग मेंहुई है।निदेशक विजिलेंस के यहां से इसकी जांच शुरू हो गई है।यह घपला एक-दो जिलों तक सीमित नहीं है। बल्कि देश के आधा दर्जन प्रदेशो ने फर्जी हस्ताक्षर से पौने चार करोड़ रु का फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है।यूपी के सुलतानपुर,उन्नाव,संत कबीर नगर जिला के साथ ही उत्तराखंड,तमिलनाडु,पश्चिमबंगाल,राजस्थान,दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों में भी किया गया है।डा.सोनल मान सिंह का फर्जी ओटीपी के माध्यम सेनिधि हथिया ली गई है।शिकयतकर्ता शुभम बेनीवाल ने लोकसभा सुरक्षा सेवा के उपनिदेशक दीपक सिंह परमार की भूमिका पर संदेह व्यक्त किया हैं।

27 नवम्बर 2024 को पहली शिकायत की गई थी, 13जनवरी को पुनः शिकायत हुई।दिसम्बर 2023 में सुल्तानपुर जिले के बांसगांव,बरौसा स्थित बालाजी डिग्री कालेज को 25लाख रु वश्री परमहंस सिंह इंटर कालेज शिवभाननगरजफरापुर,कादीपुर को भी 25 लाख रु आबंटित हुआ था।दोनों कॉलेज को पहली किश्त भेज दी गई थी।फिलहाल दोनों संस्थानों को गुजरात
से राशि आवंटित की गई है।डांग जिले के कलेक्टर महेश आई पटेल की ओर से निधि आवंटित की गई थी,फिलहाल किसके जरिये यह लाखो रु की राशि आबंटित हुई किसकी भूमिका रही इसकी भी जांच हो तो स्कैम का भी खुलासा होगा।इतना जरूर है कि दोनों कालेज के जिम्मेदारो को शिक्षा माफिया कहा जाय तो अतिश्योक्ति न होगी।कादीपुर के इस संस्थान में तो शैक्षिक डिग्री बिकती है।वही हाल दूसरे कालेज का भी हैं।इसके प्रबन्धक का तो पैसा बोलता है।विगत चुनाव में अपनी किस्मत आजमाना चाहते थे।लेकिन चुनावी टिकट से वंचित रह गए।इस प्रकरण पर सांसद की प्रतिनिधि सिमरन ने बताया कि इस सम्बंध में कोई जानकारी नही है।सांसद अभी बाहर है आने पर ही पता चलेगा।सुल्तानपुर ने जिले के दो संस्थानों को आई धनराशि के सम्बंध में परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास एके सिंह ने बताया कि पहली किश्त कालेज को भेजी गई थी।दूसरी पर रोक लगा दी गई है।पहली किश्त की वसूली की कार्यवाही की जा रही है।डांग जिले के कलेक्टर ही इस धनराशि को निर्गत किये थे।उनके स्तर से जो आदेश निर्देश होगा पालन कराया जाएगा।वही बालाजी डिग्री कालेज के प्रबन्धक राहुल उपाध्याय ने बताया कि गुजरात से राजसभा सांसद डॉ सोनाली मान सिंह थी।वही के कलेक्टर के जरिये धनराशि आबंटित हुई थी।कादीपुर के परमहंस इन्टर कालेज के जिम्मेदार अवधेश सिंह ने बताया कि राशि तो मिली है।क्या सच्चाई है मालूम नही है।खैर गुजरात के सांसद ने अन्य प्रांतों में धनराशि क्यो दी,यह जाल बिछाने वाला नेटवर्कर कौन है।सूत्रों की माने तो इस धनराषि के आबंटन में लंबी कमीशन खोरी भी हुई है।अन्यथा अलग अलग प्रान्तों में निधि का बंदरबांट कतई सम्भव नही था।