Thursday, April 10, 2025
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सुल्तानपुर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए 02 दिवसीय शिक्षक संकुल कार्यशाला का आयोजन…

  • बच्चों को कहानी, खेल व गतिविधि के माध्यम से रुचिपूर्ण ढंग से पढ़ायें शिक्षक- प्राचार्य
  • पं.राम नरेश त्रिपाठी सभागार में डायट के नेतृत्व में दो दिवसीय शिक्षक संकुल कार्यशाला का हुआ आयोजन

सुल्तानपुर। शिक्षक बच्चों को कहानी, खेल व गतिविधि के माध्यम से रुचिपूर्ण ढंग से पढ़ाना चाहिए।ये टिप्स
डायट की तरफ से आयोजित शिक्षक संकुल कार्यशाला के प्रथम दिवस में बताई गई।

प्रथम दिवस की कार्यशाला में अखण्डनगर,बल्दीराय, भदैंया,दोस्तपुर, धनपतगंज,दूबेपुर व कादीपुर के 290 शिक्षक संकुलों ने प्रतिभाग किया।शेष ब्लाक के शिक्षक संकुल मंगलवार को प्रतिभाग करेंगे। कार्यशाला का शुभारंभ डायट प्राचार्य धर्मेन्द्र कुमार ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। कार्यशाला के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए कहा कि दिसम्बर 2023 तक सभी शिक्षक संकुल के स्कूल को निपुण बनाना है।

इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है। आपने सभी शिक्षकों से कहा कि बच्चों को कहानी, खेल व गतिविधि के माध्यम से रुचिपूर्ण ढंग से पढ़ायें। इससे विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति भी बेहतर होगी,कार्यशाला को संबोधित करते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी मनोजीत राव ने कहा हमें बच्चों के सीखने का सतत आकलन करते रहना चाहिए, जो बच्चे सीखने में पिछड़ रहे हैं, उन्हें उपचारात्मक शिक्षण के माध्यम से अतिरिक्त सपोर्ट देना होगा।

डायट प्रवक्ता सुनील कुमार बरनवाल ने कार्यशाला की सार्थकता पर चर्चा करते हुए कहा कि इस तरह की कार्यशाला से हमें अपने साथियों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है।कार्यशाला की रुपरेखा पर चर्चा करते हुए शशांक शेखर सिंह ने कहा कि हमें टीम भावना के साथ काम करते हुए विद्यालय में पठन – पाठन को बेहतर बनाना है l कार्यशाला का संचालन करते हुए डा. हरिओम त्रिपाठी ने कहा कि एक अच्छा शिक्षक वही होता है, जो जीवन भर विद्यार्थी बना रहता है।

आपने शिक्षण योजना बनाने पर चर्चा की। डायट प्रवक्ता विजय कुमार व शरद चतुर्वेदी ने रूचिकर शिक्षण विधाओं पर शिक्षक संकुल के साथ संवाद किया। एसआरजी सत्यदेव पाण्डेय ने शिक्षक संकुल बैठक के एजेंडा बिन्दु पर चर्चा करते हुए कहा इन बैठकों में शिक्षक द्वारा किए जा रहे नवाचार, शिक्षण योजना, रुचिकर शिक्षण विधाओं पर चर्चा करनी चाहिए। इससे शिक्षकों में क्षमता संवर्धन का विकास होगा। एस. आर. जी. सुनील कुमार सिंह व तनूजा पाण्डेय ने निपुण विद्यालय के 10 टूलकिट पर चर्चा करते हुए कहा कि विद्यालय विकास में समुदाय का सहयोग जरूरी है। इसलिए हम सभी समुदाय के साथ बैठक व सम्पर्क अनिवार्य रूप से करें। शिक्षक संकुल को प्रभावी बनाने हेतु दूबेपुर,दोस्तपुर व भदैंया द्वारा रोल प्ले किया गया,जो सराहनीय रहा।

कार्यशाला को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे मनीष कुमार तिवारी ने बताया कि इस दो दिवसीय कार्यशाला में 570 शिक्षक संकुल के साथ जनपद को निपुण बनाने की कार्ययोजना पर चर्चा की जा रही है,धनपतगंज के शिक्षक संकुल जितेंद्र कुमार तिवारी व वल्दीराय के वैभव सिंह ने वेस्ट प्रैक्टसेज पर विस्तार से चर्चा की। कार्यशाला में शिक्षक संकुल रमेश तिवारी, जगन्नाथ रावत, मिनी पाण्डेय, आशुतोष सिंह,सोनी, जितेंद्र तिवारी व आई ई सी से सत्येन्द्र यादव ने सक्रिय सहयोग किया।